Haryana, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और केएमपी एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा की समस्या के कारण रोजाना हजारों लोगों को पैसा का नुकसान हो रहा है. दरअसल, यह मुद्दा दो एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा के बीच इंटरलिंक की कमी के कारण हो रहा है.
लोगों को पूरे 135 किमी के लिए टोल देना पड़ता है भले ही वे केएमपी एक्सप्रेस के 12 किमी का ही इस्तेमाल करते हो. आपको बता दें कि केएमपी एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा एचएसआईआईडीसी के अधिकार क्षेत्र में आता है.
जबकि दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस टोल प्लाजा का मैनेजमेंट एनएचएआई द्वारा किया जाता है. जिस कारण से लोगों को थोड़ी दूरी के लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं.
इसके समाधान बताते हुए एचएसआईआईडीसी की ओर से केएमपी एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा की जिम्मेदारी संभाल रहे एसडीओ आरपी वरिष्ठ का मानना है कि केएमपी एक्सप्रेस पर टोल प्लाजा को एनएचएआई टोल प्लाजा से जोड़ने या मिडकोला में एक अलग टोल बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है.
इससे लोगों को पूरे 135 किलोमीटर के लिए टोल झुकाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.