हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में मानसून की दस्तक से पहले सभी जिलों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि जल निकासी की व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि बारिश के दौरान लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
🔹 सभी जिलों में पम्प सेट की स्थिति का ब्यौरा मांगा
मुख्यमंत्री ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और सिंचाई विभाग को निर्देश दिए कि पम्प सेटों की उपलब्धता और उनकी कार्यशीलता की जानकारी तत्काल जुटाई जाए। उन्होंने यह भी कहा कि खराब पम्प सेटों की समय रहते मरम्मत या बदलाव किया जाए, ताकि बारिश के समय आपात स्थिति से निपटा जा सके।
🔹 ड्रेनों की सफाई का काम समय पर पूरा किया जाए
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी ड्रेनों, नालों और जल निकासी से संबंधित संरचनाओं की समय रहते सफाई पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर जलभराव की संभावना अधिक है, वहां विशेष ध्यान दिया जाए।
🔹 गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे जिलों के लिए विशेष योजना
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला और कुरुक्षेत्र जैसे जलभराव की दृष्टि से संवेदनशील जिलों में विशेष रणनीति के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। इन जिलों में नगर निकायों और जिला प्रशासन को मिलकर योजनाबद्ध ढंग से कार्य करना होगा।
🔹 जल निकासी से संबंधित शिकायतों का तुरंत समाधान करें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जल निकासी या जलभराव से जुड़ी किसी भी प्रकार की जनशिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर तुरंत निपटारा किया जाए। इसके लिए कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन को सक्रिय रखने को कहा गया।
🔹 वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई समीक्षा बैठक
इस अहम बैठक में मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, गृह सचिव सुमिता मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में हर जिले के उपायुक्तों से फीडबैक लिया गया और तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि मानसून के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समय रहते सभी व्यवस्थाएं पूरी करनी होंगी।