हरियाणा। हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन का रिश्वतखोरी आईएएस जयवीर आर्य को अदालत ने एक दिन के रिमांड पर भेज दिया है। एंटी करप्शन ब्यूरो ने आईएएस जयवीर आर्य को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया है। हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन के एमडी जयवीर आर्य समेत दो अन्य आरोपियों को पोस्टिंग दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है, जबकि दो अधिकारी मौके से फरार हो गए। आरोपी मनीष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
दरअसल हरियाणा वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी आईएएस जयवीर आर्य को एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया था। आर्य अधिकारी ने महिला अधिकारी की ट्रांसफर करवाने की एवज में पैसे मांगे थे।हरियाणा वेयर हाउसिंग की डीएम को नजदीक के जिले में पोस्टिंग देने के नाम पर पांच लाख रुपये की मांग की गई थी। बाद में तीन लाख रुपये में सौदा तय हुआ। एसीबी करनाल की टीम ने पहले एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया। आरोपी ने बताया कि यह पैसा अन्य अधिकारियों के माध्यम से एमडी जयवीर सिंह आर्य के पास जाना है। एसीबी ने चेन बनाते हुए बुधवार शाम तक एक-एक करके तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया, जबकि हाउसिंग कारपोरेशन के दो अन्य अधिकारियों के फरार होने की सूचना है। गिरफ्तार आरोपियों में आईएएस जयवीर आर्य, आर्य के स्टाफ का सदस्य और दलाल है। एसीबी की करनाल यूनिट के एक अधिकारी ने आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
वेयर हाउसिंग कारपोरेशन में महिला अधिकारी डीएम पद पर तैनात हैं। दलाल के माध्यम से महिला अधिकारी को दूर के जिलों में ट्रांसफर करने का भय दिखाया गया, बाद में नजदीक के जिलों में तैनाती के लिए महिला अधिकारी से पांच लाख रुपये रिश्वत मांगी गई। तीन लाख रुपये में सौदा तय हुआ। महिला अधिकारी ने पूरा मामला अपने पति को बताया। महिला अधिकारी ने पति ने करनाल एसीबी के एसपी राजेश फोगाट से संपर्क किया। एसपी के आदेश पर इंस्पेक्टर सचिन कुमार की अगुवाई में टीम तैयार की गई। जैसे ही महिला के पति ने दलाल को तीन लाख रुपये दिए एसीबी की टीम ने उसे पकड़ लिया।