अलख हरियाणा (डॉ अनुज नरवाल रोहतकी ) बीजेपी में जाने के बाद कुलदीप बिश्नोई के सियासी करियर को लेकर हरियाणा के सियासी गलियारों में गाहे ब गाहे बातें होती ही रहती है कि कुलदीप बिश्नोई इस सफर को आगे बढ़ाएंगे या फिर बेटे की राजनीति को बढ़ाने में सहयोग करेंगे . जब से बीजेपी में शामिल हुए हैं उस वक्त से लेकर अब तक सिर्फ आदमपुर में सिमट कर रहने वाले कुलदीप बिश्नोई नई पारी खेलने की जुगत में हैं .
कुलदीप बिश्नोई के बीजेपी में आने के बाद हिसार लोकसभा सीट पर उनका दावा माना जा रहा था, जिसकी वजह से चौटाला परिवार और चौधरी बीरेद्र सिंह की चिंताएं बढ़ाना लाजमी था लेकिन जो खबर सूत्रों के हवाले से निकलकर आ रही है उससे इन दोनों परिवारों (चौटाला परिवार और चौधरी बीरेद्र सिंह का परिवार )के लिए राहत की खबर है . सूत्र बताते हैं कि कुलदीप बिश्नोई अब हिसार की जगह राजस्थान में सियासी सफर तय करने की सोच रहे हैं . इसकी दो वजह है, पहली बीजेपी में जाने से जाट मतदाता उससे नाराज हैं और दूसरी नॉन जाट मतदातों से कुलदीप बिश्नोई की पकड़ पहले वाली नहीं रही है .
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सूत्र बता रहे हैं बिश्नोई राजस्थान के बिकानेर की नोखा विधानसभा से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं . इस सीट पर हाल में बीजेपी से बिहारी लाल बिश्नोई विधायक है . कुलदीप बिश्नोई का राजस्थान के बिश्नोई में अच्छी पकड़ मानी जाती है . हालिया समीकरणों की बात करें तो इसी बरस राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं और इनमें बीजेपी हर कीमत पर वापसी चाहती हैं . राजस्थान में 37 विधानसभा सीटें व 7 लोकसभा सीटें बिश्नोई बाहुल्य हैं. ऐसे में बीजेपी की निगाह गैर जाट चेहरे के जरिये इन सभी सीटों को काबू करने पर रहने वाली है और कुलदीप बिश्नोई बीजेपी के लिए तुर्फ़ का इक्का साबित हो सकते हैं . अब देखना होगा कि ऊंट करवट किस और करवट लेगा .