Madhya Pradesh समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं, जबकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार केवल 15 महीने टिकी थी। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश में सरकार बदलने के दावे कर रही है। हालांकि, भाजपा का दावा है कि उनकी पार्टी को इस बार के विधानसभा चुनाव में 150 सीटें मिलेंगी। कांग्रेस के चुनावी अभियान पर तंज कसते हुए सीएम शिवराज की कैबिनेट में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस का अभियान टांय-टांय फिस्स हो चुका है। आगाज ऐसा है तो अंजाम भी ऐसा ही होगा।
मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री का पदभार संभाल रहे विश्वास सारंग ने कहा, कांग्रेस के चुनावी अभियान की तथाकथित शुरुआत फेल रही है। उन्होंने कहा, ऐसा कहा जाता है कि किसी अभियान का समापन शुरुआत की तरह ही होता है। सारंग के अनुसार, कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत ‘टांय-टांय फिश’ रही है। अंत भी ऐसा ही होगा।
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, कांग्रेस बुरी तरह से विधानसभा चुनाव हारने वाली है… मध्य प्रदेश की जनता को ये उम्मीद थी कि राहुल गांधी आएंगे और कांग्रेस सरकार की वादाखिलाफी के लिए माफी मांगेंगे। उन्होंने शिवराज सरकार की लाड़ली बहना स्कीम और गरीबों की आर्थिक मदद के लिए कई योजनाओं को कांग्रेस के कार्यकाल में बंद कर दिया गया। जनता चुनाव में कांग्रेस को सबक जरूर सिखाएगी।
#WATCH | Madhya Pradesh Minister Vishwas Sarang says. "…This was the so-called starting of the election campaign for Congress. It's said that the end is similar to the start. The start of the Congress's election campaign was 'Tai Tai Phish' it's correct to say that their end… pic.twitter.com/13OnTC5pl1
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 30, 2023
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में 150 सीटें जीतने का दावा कर रही भाजपा प्रचार में पूरी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस पर निशाना साधने का भी पार्टी कोई मौका नहीं चूक रही है। किसानों, आदिवासियों और गरीब बहनों को मिलने वाले आर्थिक लाभ बंद करने का आरोप लगाते हुए विश्वास सारंग ने कहा कि बेरोजरागी भत्ता न देना भी एमपी की जनता को अच्छी तरह याद है। राहुल गांधी की रैली को नुक्कड़ सभा बताते हुए कांग्रेस चुनावी दौड़ से पूरी तरह बाहर हो चुकी है।