चंडीगढ़। प्रदेश सरकार ने हरियाणा को पूर्ण रूप से नशा मुक्त बनाने व लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक करने का संकल्प लिया है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रदेश पुलिस दिन रात प्रयासरत है। इसी दिशा में कार्य करते हुए हरियाणा पुलिस ने बीते 11 महीनों के दौरान नशे के नेक्सस को तोड़ते हुए नशा तस्करों के खिलाफ 3471 अभियोग दर्ज कर 4670 नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। राज्य की पुलिस ने 45 नशा तस्करों की लिस्ट तैयार की है। एनसीबी हरियाणा ने पीआईटी एडीपीएस एक्ट के तहत 45 अभयस्त नशा तस्करों के खिलाफ हिरासत आदेश जारी करवाए है जिनमें कार्रवाई करते हुए 40 नशा तस्करों को अभी तक जेल की सलाखों के पीछे भिजवाया जा चुके हैं। हरियाणा पुलिस ने नशा तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया है। पुलिस ने निशाने पर इन नशा तस्करों के रिश्तेदार और सहयोगी भी हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान ‘नशा मुक्त हरियाणा- नशा मुक्त भारत‘ के तहत 1 जनवरी 2023 से लेकर 30 नवम्बर, 2023 की अवधि के दौरान नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मादक पदार्थ अधिनियम के तहत 3471 अभियोग दर्ज किए हैं और करोड़ों रुपए के मादक पदार्थ बरामद कर 4670 नशा तस्करों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। प्रदेश पुलिस के प्रयासों और हरियाणा नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के लगातार चलाये जा रहे अभियानों ने कारण काफी सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। विदित है कि वर्तमान में एडीजीपी ओ पी सिंह हरियाणा एनसीबी की कमान संभाल रहे है। हरियाणा पुलिस व हरियाणा एनसीबी जहां नशा तस्करों के खिलाफ शिकंजा कस रही है वहीं आमजन को नशे जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ जागरूक करने के साथ गांव-गांव जाकर लोगों, युवाओं, विधार्थियों को जागरूक भी कर रहे हैं। हरियाणा एनसीबी प्रमुख एडीजीपी ओ पी सिंह द्वारा प्रतिदिन इस अभियान की मॉनीटरिंग की जा रही है।
पुलिस महानिदेषक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि नशे पर नकेल कसने के लिए प्रदेश पुलिस द्वारा बेहतर कार्ययोजना के तहत कार्य किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार हरियाणा पुलिस द्वारा ग्राम प्रहरी प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है जहाँ पर गांवों को सुरक्षित और अपराध मुक्त बनाने के लिए ग्राम प्रहरियों को संबंधित गांव के सरपंच, नंबरदार, चौकीदार, पंचों, पार्षदों और अन्य प्रमुख लोगों से संपर्क करते हुए नषा तस्करों की सूचना एकत्रित करने तथा कार्यवाई करने को लेकर आवष्यक दिषा-निर्देष दिए गए हैं। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का पता लगा कर सख्त कार्यवाई की जा रही है।
वहीं पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हरियाणा देश का इकलौता ऐसा राज्य बना है जिसमें राज्य सरकार के आदेश पर गृह विभाग से मिलकर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीआईटी एनडीपीएस के तहत 45 अभयस्त नशा तस्करों के खिलाफ हिरासत आदेश जारी करवाए गए है जिनमें से 40 को अभी तक जेल की सलाखों के पीछे पहुँचाया गया है। आगे जानकारी देते हुए उन्होंने बताया की पिछले 11 महीने में विभिन्न अभियानों से प्रदेशभर में से तस्करों से 29.5 किलो हेरोइन बरामद की गई है। वहीं इसके अतिरिक्त 323.6 किलोग्राम अफीम, 16803.4 किलो चूरा पोस्त, 176.878 किलोग्राम चरस, 5752.6 किलोग्राम गांजा नशा तस्करों से जब्त किया गया। इस अवधि में हरियाणा में 162.92 ग्राम कोकीन भी बरामद की गई है। इसके अलावा अगर प्रतिबंधित टेबलेट की बात करें, तो 3 लाख से अधिक टेबलेट व 1 लाख से अधिक कैप्सूल संपूर्ण हरियाणा में पकड़ी गई है।
हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो प्रमुख एडीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए जिला पुलिस द्वारा टोल फ्री नंबर 9050891508 जारी किया गया है। जिस पर नशा बेचने वालों की सूचना दी जा सकती है। नशा तस्कर की सूचना देने वाले का नाम पता पूर्णता गुप्त रखा जाता है। इस टोल फ्री नंबर के जरिए जागरूक आमजनों की मदद से भी हम नशा तस्करों तक पहुंच रहे हैं। श्री ओपी सिंह ने कहा कि आगामी नव वर्ष के दौरान नवनियुक्त पंचायत प्रतिनिधियों तथा आमजन का सहयोग लेकर गैरकानूनी धंधा करने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में और तेजी लाई जाएगी।