Alakh Haryana (Gurugram news) निजी अस्पतालों (private hospitals) में गुरुग्राम जिला प्रशासन द्वारा की गई पहल के तहत गरीबी रेखा(Poverty line) से नीचे (BPL) और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के परिवारों को अब गुरुग्राम के मेदांता और फोर्टिस अस्पतालों (Medanta and Fortis Hospitals) में चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। इन अस्पतालों को बीपीएल परिवारों के इलाज के लिए कुल बिस्तरों की संख्या का 20 प्रतिशत भी आरक्षित करना चाहिए।
जिन अस्पतालों को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी)Haryana Urban Development Authority (HSVP) से रियायती दरों पर जमीन मिली है, उन्हें सरकार की योजना के अनुसार इन परिवारों को इलाज मुहैया कराना होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, इन दोनों अस्पतालों में बीपीएल और ईडब्ल्यूएस परिवारों के इलाज के लिए अलग से काउंटर बनाए जाएंगे। आर्टेमिस अस्पताल ने इस तरह की व्यवस्था पहले ही शुरू कर दी है। गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने भी व्यवस्थाओं को देखने के लिए शनिवार को मेदांता, फोर्टिस और आर्टेमिस अस्पतालों का दौरा किया।
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आर्टेमिस अस्पताल प्रबंधन (Artemis Hospital Management ) ने उपायुक्त को बताया कि बीपीएल परिवारों के उपचार से संबंधित समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने के लिए एक समर्पित काउंटर स्थापित किया गया है। इस काउंटर पर हरियाणा सरकार की ओर से स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे और पात्र व्यक्तियों के इलाज की प्रक्रिया में सहयोग करेंगे।
यादव ने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया, आयुष्मान भारत, चिरायु कार्ड और बीपीएल कार्ड रखने वाले लोग भी सीधे अस्पताल में इलाज के लिए जा सकते हैं। आपात स्थिति में मरीज के इलाज को प्राथमिकता दी जाएगी और कागजी कार्रवाई बाद में की जाएगी।