Rajasthan Assembly election, भाजपा द्वारा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 41 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी गई है। इस टिकट के जारी होते ही कई जगह पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों के बगावती तेवर दिखने शुरू हो गए हैं।
पार्टी से टिकट की उम्मीद कर रहे कई संभावित उम्मीदवारों के समर्थकों ने कल की सूची के बाद खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। बता दें कि राज्य में 23 नवंबर को मतदान होना है। इसके लिए भाजपा ने 41 सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची सोमवार को जारी की थी।
भाजपा ने कोटपूतली सीट पर हंसराज पटेल को टिकट दिया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले मुकेश गोयल के समर्थकों ने पटेल की उम्मीदवारी के खिलाफ विरोध प्रकट करने के लिए पार्टी के झंडे जलाए।
पार्टी ने झोटवाड़ा विधानसभा सीट से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार बनाया है। इससे इस सीट से पार्टी की ओर से चुनाव लड़ते रहे पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थक विरोध पर उतर आए हैं। शेखावत के समर्थकों ने झोटवाड़ा सीट बचाने के लिए पैराशूट उम्मीदवार हटाओ के नारे लगाए। उनके समर्थकों के विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पूर्व मंत्री शेखावत को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है और टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने सोमवार देर रात राजे से मुलाकात भी की थी। शेखावत ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के 41 उम्मीदवारों की सूची में से 10 बागी हैं।
गोयल ने संवाददाताओं से कहा, कोटपूतली में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ेगा और वह राजस्थान में 40-50 सीट पर सिमट जाएगी। इसी तरह पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा ने भी भाजपा की टिकट घोषणा के खिलाफ बगावत कर दी है। उन्हें बानसूर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने की उम्मीद की थी, लेकिन भाजपा ने यहां से देवी सिंह शेखावत को टिकट दिया है।