राजस्थान में होने वाले चुनाव में हर पार्टी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। ऐसे में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) कुल 200 सीट में से लगभग 100 सीट पर कड़ी टक्कर देने की उम्मीद कर रही है। यह बातें पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कही । उन्होंने कहा, मुझे नागौर, सीकर, झुंझुनूं, जोधपुर, बाड़मेर, पाली, भरतपुर, करौली, उदयपुर, बीकानेर जैसे जिलों में लगभग 100 सीट पर करीबी मुकाबला होने की उम्मीद है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में आरएलपी ने 57 सीट पर चुनाव लड़ा था।
बेनीवाल ने यह भी कहा कि आरएलपी चुनाव पूर्व गठबंधन के लिए भाजपा और कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के साथ बातचीत कर रही है। अगर बात करें तो भाजपा ने अब तक 41 सीट पर उम्मीदवारों की घोषणा की है, लेकिन कांग्रेस की ओर से अभी तक उम्मीदवारों की सूची नहीं जारी की गई है। बेनीवाल ने कहा, कि मैं एक चुनावी गठबंधन बनाने के लिए अन्य ‘समान विचारधारा’ वाली पार्टियों के संपर्क में हूं, जो भाजपा और कांग्रेस के विकल्प के रूप में उभरेगा।
उन्होंने कहा, हम किसानों और युवाओं, भ्रष्टाचार और प्रश्नपत्र लीक के मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे। मुझे उम्मीद है कि अधिकांश नए मतदाता आरएलपी को वोट देंगे। किसानों और अग्निपथ योजना के प्रति उदासीनता को लेकर भाजपा के खिलाफ भारी नाराजगी है। सेना भर्ती की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं में मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा है।
बेनीवाल ने कहा कि वह विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे लेकिन अभी सीट पर फैसला नहीं लिया गया है। आरएलपी शेखावाटी, मारवाड़ और मेवाड़ क्षेत्र की सीट पर प्रमुखता से ध्यान केंद्रित करेगी।
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जाट नेता ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता सचिन पायलट को अपनी पार्टी शुरू करने और उनके साथ हाथ मिलाने का सुझाव दिया है। उन्होंने दावा किया कि अगर पायलट ने एक पार्टी बनाई होती और आरएलपी के साथ गठबंधन किया होता, तो वे साथ मिलकर काफी संख्या में सीट जीत सकते थे। बता दें कि राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीट के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।