हरियाणा। हरियाणा ग्राम पंचायत में एक बार फिर करोड़ों का घोटाला सामना आया है। जनकरी के अनुसार हरियाणा के नूंह जिले के इंडरी खंड की गांव रोजका मेव में करोड़ों रुपये के गबन मामले में पुलिस ने अब दो पंचायत सचिवों को गिरफ्तार किया है। जिन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस का दावा है कि रिमांड अवधि के दौरान गबन मामले में अहम खुलासे होंगे।
रोजकामेव थाना प्रभारी नरेश कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक पंचायती भूमि अधिग्रहण के रूप में मिली मुआवजा राशि को लेकर करोड़ों रुपये गबन के आरोपों में बीते 5 नवंबर को जिला उपायुक्त के आदेश पर केस दर्ज किया था। केस दर्ज होने के बाद पुलिस की ओर से लगातार गिरफ्तारी की जा रही है।अब तक इस मामले में तीन पूर्व सरपंचों सहित सात आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वर्ष 2015 से 21 तक ग्राम पंचायत में सचिवों की जिम्मेदारी संभालने वाले पंचायत सचिव जावेद अख्तर निवासी समीर बास और इमरान खान निवासी बीरसीका की गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार सचिवों को तीन दिन पुलिस रिमांड पर लिया गया है।
बता दें कि वर्ष ग्राम पंचायत रोजकामेव की करीब 20 एकड़ से अधिक भूमि का अधिग्रहण HSIDC (हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) ने किया था। भूमि की 24 करोड़ 27 लाख 90 हजार 726 रुपये तत्कालीन सरपंच व कई विभागों के अधिकारियों ने मिलीभगत कर पूरी राशि को विभिन्न बैंक खातों व अलग-अलग फर्म के खातों में ट्रांसफर करा दी थी जबकि बड़ी मात्रा में राशि को सरपंचों ने भी निकाल दिया था।
दो सचिवों सहित सात गिरफ्तारियां
सीएम विंडो में शिकायत के बाद तत्कालीन सरपंच रमजान, उसके बाद चुनी गई महिला सरपंच खातूनी बेगम व सरपंच दीन मोहम्मद सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पांच नवंबर 2023 को मामला दर्ज होने के बाद सभी लापता हो गए थे। जिन्हें दबोचने के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही थीं, अब तक तीन पूर्व सरपंचों और दो सचिवों सहित सात गिरफ्तारियां इस बड़े गबन मामले में हो चुकी हैं।