Alakh Haryana झज्जर (हरियाणा): झज्जर जिले के साल्हावास गांव सासरौली के पहलवान वीरेंद्र सिंह, जिन्हें गूंगा पहलवान के नाम से जाना जाता है, ने इस साल भी खेल रत्न पुरस्कार से नाम कटने पर नाराजगी जताई है। उनके समर्थन में कुश्ती प्रेमियों के बीच निराशा का माहौल है।
वीरेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा, “प्रधानमंत्री एवं खेल मंत्री जी, इस बार भी मेरा नाम खेल रत्न से हटा दिया गया? मैंने देश के लिए डेफ ओलंपिक में 2005 में स्वर्ण, 2009 और 2013 में कांस्य, 2017 में स्वर्ण, और 2021 में कांस्य पदक जीते हैं। अगर किसी पैरा खिलाड़ी के पास इतनी उपलब्धि हो, तो मुझे बताएं… मैं मांग नहीं करूंगा।”
गूंगा पहलवान ने कमेटी पर तिरस्कार का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों को सम्मान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन चयन कमेटी ने उनके साथ अन्याय किया। उन्होंने 25 दिसंबर को भी सोशल मीडिया पर अपनी आवाज उठाई थी, जिसमें उन्होंने उम्मीद जताई थी कि उनकी बात प्रधानमंत्री तक जरूर पहुंचेगी।
गौरतलब है कि वीरेंद्र सिंह साल 2017 से खेल रत्न के लिए आवेदन कर रहे हैं, लेकिन हर बार उनका नाम सूची से हटा दिया जाता है। इस बीच, वह जर्मनी के टोक्यो में 2025 में होने वाले डेफ ओलंपिक की तैयारी में जुटे हुए हैं।
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