रोहतक। हरियाणा के रोहतक में सुबह चलती ट्रेन में चढ़ते समय एक महिला पटरियों पर गिर गयी। लेकिन आपने सुना ही होगा ‘जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में है जहांपना, ऐसा ही कुछ यहां हुआ जब रेलवे स्टेशन पर सुबह प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची पातालकोट एक्सप्रेस में चढ़ते समय एक महिला नीचे पटरियों पर जा गिरी लेकिन कुछ सेकण्ड्स के बाद महिला की सूझबूझ से महिला को बाल -बाल बाहर निकाला गया। बाहर निकलने के बाद महिला कांस्टेबल ने महिला को संभाला।
दरअसल आज सुबह रोहतक रेलवे स्टेशन पर पातालकोट एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची और 9 बजकर 49 मिनट पर ट्रेन चल पड़ी। इसी दौरान महिला अपने तीन बच्चों व पति सहित चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगी । ट्रेन में पहले महिला का पति उसके बाद उसके दो बच्चे चढ़े और कुछ सामान ट्रेन की खिड़की पर रख दिया। इसके बाद जैसे ही महिला ने बैग को खिड़की से अंदर की तरफ धकेलना चाहा तो उसका बेलेंस बिगड़ने से वह प्लेटफार्म और चलती ट्रेन के बीच से नीचे पटरियों के बीच जा गिरी, जिससे स्टेशन पर मौजूद महिला कांस्टेबल पिंकी व एएसआई श्रीभगवान सहित अन्य यात्रियों ने ट्रेन को रोकने के लिए आवाज लगाई। ट्रेन में मौजूद यात्रियों ने ट्रेन की चेन को खींचा और वह अचानक से रूकी। इस दौरान महिला 35 सेकेंड तक पटरी और प्लेटफार्म के बीच लेटी रही। महिला को किसी तरह की चोट नहीं लगी। ट्रेन रुकते ही कांस्टेबल पिंकी ने महिला को बाहर निकाला।
बाहर निकलने के बाद महिला तुरंत ट्रेन के इंजन की तरफ बच्चों का नाम पुकारते हुए तेजी से दौड़ पड़ी। जबकि बच्चे उसी ट्रेन में मौजूद थे। उसी समय महिला के पति ने ट्रेन से उतरकर उसको संभाला। लेकिन महिला घबराई हुई थी, पुलिस द्वारा कुछ भी पूछने पर वह जवाब नहीं दे पा रही थी। महिला पुलिस ने भी जानकारी लेने की पूरी कोशिश की, लेकिन महिला व उसके पति ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद पातालकोट एक्सप्रेस ट्रेन में ही बैठकर महिला चली गयी।