साथ ही यहां के एक गुरुद्वारे में ठहरा पंजाब की महिलाओं का जत्था भी बसों से दिल्ली के लिए रवाना हुआ। सरकार द्वारा पहलवानों के धरने की अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
दिल्ली रवाना होने से पूर्व खेड़ा खाप के प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि पहलवान देश की शान हैं, जिन्होंने खेलों के माध्यम से देश की पहचान विश्व में बनाई है और वही पहलवान आज धरने पर बैठे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार प्रदर्शनकारी खिलाड़िय़ों की बात सुनने की बजाय बृजभूषण को बचा रही है और उन्हें अब तक पद से नहीं हटाया गया है। सतबीर ने कहा कि जब तक खिलाड़िय़ों को इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक किसान व खापें उनके साथ डटी रहेंगी।
Punjab, 12 केंद्रों पर 8 हजार विद्यार्थियों ने दी Neet UG Exam
बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं।
Wrestler Protest, दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के समर्थन में खटकड़ टोल प्लाजा समिति एवं खेड़ा खाप और किसान संगठनों से जुड़े लोग राष्ट्रीय राजधानी रवाना हुए। किसानों और खाप सदस्यों ने भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को पद से बर्खास्त करने की मांग की।