अलख हरियाणा डॉट कॉम, उत्तर प्रदेश || यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वोट बैंक की सियासत और समीकरण साधने के लिए कई विधायकों को मंत्री पद दिए जाने की चर्चा है। रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार मंत्रिमंडल विस्तार प्रस्तावित है । इस विस्तार में एक दलित वर्ग से उप मुख्यमंत्री बनाए जाने के साथ सात नए मंत्री शामिल किये जा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक संजय निषाद, जितिन प्रसाद, पूर्व कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान की पत्नी संगीता को भी मंत्री पद सौंपा जा सकता है।
इसके साथ ही कई मंत्रियों की छुट्टी भी संभव है। शाम 6:00 बजे के आसपास मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज तक लखनऊ पहुंचेगी।
रविवार को हो रहे विस्तार में कई समुदायों को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है जिनमे जाट समुदाय से डॉ मंजु सीवास जो मोदीनगर विधानसभा से हैं। सहेंद्र रमाला के नाम की भी चर्चा है जो छपरौली से विधायक हैं। गुर्जर बिरादरी से सोमेंद्र गुर्जर मेरठ से पहली बार विधायक बने। तेजपाल नागर जो के नाम पर भी विचार किया जा रहा है।
कांग्रेस से भाजपा में आए जितिन प्रसाद को भी मंत्री बनाया जा सकता है। ब्राह्मणों को साधने के लिए उन को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। निषाद वोट बैंक के को देखते हुए संजय निषाद को पहले एमएलसी और मंत्री बनाया जाएगा इसी वर्ग आने वाली संगीता बलवंत बिंद के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। कुर्मी पटेल बिरादरी और सहयोगी दल अपना दल के एमएलसी आशीष पटेल को भी कोई मंत्रालय सौंप जा सकता है। हालांकि इसी बिरादरी के एमपी सेंथवार के नाम पर भी विचार किया जा रहा है जो पिपराइच से विधायक हैं।
अनुसूचित जाति को भी प्रतिनिधित्व दिए जाने की सम्भावना है। इसके लिए अपना दल के विधायक राहुल कोल को मंत्री बनाया जा सकता है। छानबे विधानसभा से वह पहली बार विधायक चुने गए हैं। सोनभद्र के ओबरा से विधायक संजय गोंड के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। रवि सोनकर जो बस्ती ज़िले की महादेवा सीट से विधायक हैं अनुसूचित जाति के कोटे से इनके नाम पर भी चर्चा है। बंबा लाल दिवाकर का नाम भी संभावित मंत्रियों की सूची में शामिल है। इस समय उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमण्डल में 23 कैबिनेट मंत्रियों समेत कुल 53 मंत्री हैं, सात नए मंत्री बनाये जाने की संभावना है।