चांदवास में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को जयंती पर याद किया
चांदवास गांव में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए तथा नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया गया।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 125वी जयंती पर गांव चांदवास में युवा कवि कुलदीप शास्त्री चांदवास ने छोटे-छोटे बच्चों के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित किए। युवा कवि कुलदीप शास्त्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस बचपन से ही स्वाभिमानी और निडर थे। वे सदा मां भारती को अंग्रेजी हूकूमत से मुक्त कराने के लिए प्रयासरत रहते थे और अपने सहपाठियों को सदैव स्वाभिमानी जीवन व्यतीत करने के लिए प्रेरित करते थे। नेताजी सुभाषचंद्र बोस के माता पिता उन्हें आईसीएस की परीक्षा पास कर बङा अधिकारी देखना चाहते थे लेकिन नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने परीक्षा पास कर अपने माता पिता के सपने को पुरा किया तथा मां भारती को गुलामी की बेङियो से मुक्त कराने के लिए नौकरी छोड़कर के देश को आजाद कराने का संकल्प किया। इसी कङी मे एक बार उन्हें उनके घर पर ही नजरबंद किया गया था। नेताजी सुभाषचंद्र बोस हर भारतीय के दिल मे सदैव से बसे हुए हैं। नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे शहीदों के कारण आज समस्त भारतीय स्वाभिमान पूर्वक स्वतंत्र फिजाओं मे जीवन जी रहे हैं। हमें शहीदों से प्रेरणा लेकर देशहित में कार्य करना चाहिए