उपायुक्त विशेष सारंगल ने कहा कि उन्हें हाल ही में सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (घंटा घर) के दौरे के दौरान पता चला कि एक दशक से अधिक समय से घड़ी काम नहीं कर रही थी।
उपायुक्त ने लंदन निर्मित इस घड़ी की मरम्मत के लिए कोलकाता की टी आर क्लॉक कंपनी की सेवाएं लीं।
एक समय यह घड़ी शहर का एक प्रमुख आकर्षण थी और इसका घंटानाद दूर से सुनाई देता था। कपूरथला के पूर्व शाही परिवार के एक वंशज के अनुसार, यह घड़ी 120 साल पहले तत्कालीन महाराजा जगतजीत सिंह द्वारा स्थापित की गई थी।
Punjab के कपूरथला में तत्कालीन महाराजा जगतजीत सिंह द्वारा ‘घंटाघर’ स्कूल में लगाई गई 120 साल पुरानी घड़ी की मरम्मत की गई और एक दशक से अधिक समय के अंतराल के बाद यह फिर से काम कर रही है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।