ALAKH HARYANA NEWS रोहतक, 23 फरवरी खट्टर सरकार ने बजट में आम आदमी के लिए कुछ भी नहीं किया। प्रदेश का बजट महिला विरोधी, किसान विरोधी, छात्र विरोधी, कर्मचारी विरोधी और शिक्षा और स्वास्थ्य विरोधी बजट है। ये बात आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कही। वे वीरवार को सोनीपत रोड स्थित जोनल कार्यालय में प्रेस वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने लोगों को सुविधा देने जैसा कोई भी काम नहीं किया। सरकार ने 50 हजार करोड़ घाटे का बजट पेश किया है। वहीं प्रदेश की जनता पर करीब तीन लाख करोड़ का कर्जा है। कुल बजट में से सरकार को 35000 करोड़ रूपया तो कर्ज के ब्याज देने के लिए खर्च करना पड़ता है।
सरकार नए आय के साधन बनाने की बजाय, प्रदेश की जनता पर कर्जा बढ़ा रही है। उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि जेजेपी नेता अजय चौटाला नैतिकता की बात न करें। इनकी पार्टी ने प्रदेश की जनता के जनादेश के साथ धोखा करने का काम किया है। नैतिकता की बातें इन्हें शोभा नहीं देती।इससे पूर्व, वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के बजट के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का काम किया है। करीब 20,339 करोड़ शिक्षा और 9647 करोड़ रुपए का स्वास्थ्य बजट आवंटित कर जीडीपी की तुलना में नाम मात्र की बढ़ोतरी की है। वहीं 2021 के बजट से घोषणाओं को कॉपी पेस्ट कर प्रदेश की जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया। 4000 प्ले स्कूल की घोषणा 2021 में करके 2023 में फिर वही घोषणा की। वहीं मेडिकल कॉलेज खोलने के नाम पर प्रदेश की जनता के साथ धोखा करने का काम किया। उन्होंने कहा कि पिछले बजट में 362 नए संस्कृति स्कूल खोलने की घोषणा की थी। इस बार प्रदेश सरकार ने इस घोषणा का जिक्र तक नहीं किया। वहीं प्रदेश में 1,82000 रिक्त पदों में से सिर्फ 65000 को भरने का वादा किया। प्रदेश सरकार ने 13 हजार पद समाप्त कर युवाओं के साथ धोखा करने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि आठ साल सरकार चलाने के बाद खट्टर सरकार ने प्रदेश के 14000 स्कूलों में से सिर्फ 894 में बेंच लगवाने की बात कही। ये सरकार के लिए शर्मनाक बात है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की रिपोर्ट में बताया गया था कि हरियाणा में महिला अपराधों में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसको लेकर भी बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया। वहीं प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में हजारों पद खाली हैं, स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा हुईं हैं। इनको भरने के लिए भी बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार की सहयोगी जेजेपी ने सत्ता में आने के लिए 5100 रुपए की पेंशन का वादा किया था, लेकिन चार साल के बाद भी 25 सौ से 2750 बढ़ाकर जरूरतमंद लोगों की भावनाओं के साथ भद्दा मजाक किया है। वहीं पीपीपी जैसी जनविरोधी योजनाओं चलाकर 1 लाख लोगों की पेंशन काटने का काम किया है। वहीं प्रदेश के जनता को सुविधाओं के नाम पर मेट्रो प्रोजेक्ट का झूठा सपना दिखाने का काम किया। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दुगनी करने, प्रदेश में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए भी कोई प्रावधान नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार के लिए बजट केवल झूठ का पुलिंदा मात्र ही रह गया है। इस मौके पर प्रवीण प्रभाकर गौड़, एडवोकेट महेश शर्मा, रविंद्र जाखड़, कारण सिंह धनखड़, डॉ. परिमल और अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।