AI Tool, बढ़ते सौर तूफानों के मद्देनजर, भारत सहित अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं की टीम ने नया कंप्यूटर मॉडल विकसित करने के लिए नासा के साथ साझेदारी की है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और उपग्रह डेटा को खतरनाक अंतरिक्ष मौसम के लिए ध्वनि अलार्म से जोड़ती है।
वैज्ञानिकों ने सौर तूफानों में वृद्धि की भविष्यवाणी की है क्योंकि सूर्य गतिविधि के चरम पर पहुंच रहा है, जो हर 11 साल में होता है, और 2025 में किसी समय आने की उम्मीद है। इन चुंबकीय तूफानों के प्रभाव हल्के से लेकर चरम तक हो सकते हैं, लेकिन तकनीक पर तेजी से निर्भर दुनिया में, उनके प्रभाव पहले से अधिक विघटनकारी हो रहे हैं।
नया मॉडल सौर हवा (सूर्य से सामग्री की अविश्वसनीय धारा) के अंतरिक्ष यान माप का विश्लेषण करने के लिए एआई का उपयोग करता है और भविष्यवाणी करता है कि 30 मिनट की अग्रिम चेतावनी के साथ पृथ्वी पर कहीं भी आने वाला सौर तूफान कहां से टकराएगा।
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यह इन तूफानों की तैयारी के लिए पर्याप्त समय प्रदान कर सकता है और पावर ग्रिड और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर गंभीर प्रभाव को रोक सकता है। भारत में इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (आईयूसीएए) के विशाल उपेंद्रन ने कहा- इस एआई के साथ, अब तेजी से और सटीक वैश्विक भविष्यवाणियां करना और सौर तूफान की स्थिति में निर्णयों को सूचित करना संभव है, जिससे आधुनिक समाज को होने वाली तबाही को कम या यहां तक कि रोका जा सके।