जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, जो देश की सारी संपत्ति अपने ख़ास मित्रों के हाथों में सौंप रहे हैं। जिन्होंने मनरेगा का मज़ाक उड़ाया। जिन्होंने कोविड के समय श्रमिकों को हज़ारों किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर किया। जिन्होंने खाद्य सुरक्षा अधिनियम का विरोध किया। वह आज ग़रीबों की बात कर रहे हैं। सच यह है कि ये डरे हुए हैं। पिछले 9.5 सालों में इन्होंने पिछड़े वर्ग के साथ विश्वासघात किया है। इसलिए सामाजिक न्याय और जाति जनगणना से भाग रहे हैं।’’
कांग्रेस के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) विभाग के अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि बिहार सरकार ने सोमवार को महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर अपनी जाति जनगणना के निष्कर्ष जारी किए और शैक्षणिक संस्थानों, न्यायपालिका और देश के अन्य संस्थानों में ओबीसी की भागीदारी पर कई गंभीर सवाल उठाए।
यादव ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया, ‘‘बिहार सरकार द्वारा जारी जाति जनगणना के आंकड़ों से भाजपा बौखला गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि इससे सामाजिक व्यवस्था बिगड़ जाएगी और कांग्रेस जातियों के बारे में बात करके पाप कर रही है। क्या यह पाप है? इससे बड़ा पुण्य क्या हो सकता है कि हम आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की बात कर रहे हैं?
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि बिहार में जाति आधारित जनगणना से पता चला है कि राज्य की आबादी में पिछड़ा वर्ग की हिस्सेदारी 63 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हालांकि जब नीतीश कुमार सरकार यह कवायद कर रही थी, तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े लोगों ने इसे रोकने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस जनगणना से बिहार के गरीब लोगों को मदद मिलेगी।
यादव ने कहा, ‘‘बिहार सरकार द्वारा जारी जाति आधारित जनगणना के आंकड़ों ने देश की राजनीतिक दिशा बदल दी है। इससे लोगों को पता चलेगा कि देश में एक ऐसी आबादी है जिसे राजनीतिक, आर्थिक या सामाजिक रूप से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने 2011 में हुई जाति जनगणना की रिपोर्ट जारी करने के लिए सरकार पर दबाव डाला था। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि भाजपा किस बात से डरती है।’’
यादव ने “बहुजन समाज” के लिए जाति जनगणना कराने के लिए बिहार सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘‘इसने केंद्र सरकार को (राष्ट्रीय स्तर पर) जाति जनगणना कराने की एक दिशा दिखाई है।’’
Congress, कांग्रेस ने दावा किया कि बिहार में जाति जनगणना के निष्कर्ष सार्वजनिक होने के बाद भाजपा बौखला गई है। पार्टी ने केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर साढ़े नौ साल तक पिछड़े वर्गों को धोखा देने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि भाजपा लोगों को सामाजिक न्याय देने से भाग रही है और इसीलिए वह देश भर में जाति जनगणना नहीं करा रही है।