अलख मीडिया डॉट कॉम || चंडीगढ़ || हरियाणा से सटे पंजाब सूबे में सियासी संकट आ सकता है। बीजेपी की तर्ज पर यहाँ भी कांग्रेस अपने मुखिया को बदल सकती है। इस तरह के हालात पंजाब में बनने शुरु हो गए हैं। दरअसल घटनाक्रम ये हुआ है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से चालीस MLA नाखुश हैं। जिसके चलते इन विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान से पत्र लिखने बाद आज चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में विधायक दल की बैठक बुलाई है। वहीं इस बात की जानकारी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने अपने ट्वीटर हेंडल पर दी है। हाल ही में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत सोनिया गाँधी से मुलाक़ात की थी। इस मींटिंग में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अजय माकन और हरीश चौधरी शामिल होंगे। इसके बाद सारी रिपोर्ट सोनिया गाँधी के आगे प्रस्तुत करेंगे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से मिल रही ख़बरों के हिसाब से कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हाईकमान के 18 सूत्रीय फॉर्मूले के आधार पर फैसला लिया जायेगा। वहीं बागियों के रुख को देखते हुए साफ़ है कि कैप्टन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी है। बागी ग्रुप की ओर से हरीश रावत पर भी सवाल उठा रहे हैं इसको देखते हुए इस मीटिंग में दो पर्यवेक्षक ओर भेजे जा रहे हैं। ताकि फैसले पर कोई सवाल ही न उठे।
दूसरी तरफ इस बैठक का पता लगने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने करीबी विधायकों को सिसवां फार्म हाउस पर बुला लिया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह भी इस समस्या के तोड़ में जुट गए हैं।

गौरतलब है कि अगले बरस पंजाब में चुनाव हैं। नवजोत सिद्धू पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष जब से बने हैं तब से कांग्रेस में खींचतान के हालात बन गए हैं। ऐसे में कांग्रेस इस मसले को जल्दी से जल्दी निपटना चाहेगी। वहीं हालात सीएम बदलने के बनते हैं तो पंजाब का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? बागी ग्रुप की अगुवाई कर रहे सुखजिंदर रंधावा भी सीएम बनने की इच्छा रखते हैं ? वहीं सिद्धू भी इस रेस में शामिल हैं लेकिन एक चर्चा ये भी है हिन्दू सिखों का तालमेल रखते हुए सुनील जाखड़ को सीएम बनाया जा सकता है। पूर्व प्रधान लाल सिंह,सांसद प्रताप सिंह बाजवा,राजिंदर कौर भट्ठल नाम भी सीएम पद के लिए हो सकते है।