यह पोस्टर किसानों के मुद्दे से संबंधित है जिसमें पार्टी ने दावा किया है कि उन्नीस हजार से अधिक किसानों की जमीन नीलाम कर दी गई है। इस पोस्टर को कई जगह पर होर्डिंग के तौर पर लगाया गया है।
पोस्टर में एक किसान की तस्वीर है। जैसलमेर के एक गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग माधुराम जयपाल ने दावा किया कि पोस्टर में इस्तेमाल की गई तस्वीर उनकी है। उन्होंने कहा कि पोस्टर में किए गए भाजपा के दावे से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनकी फोटो का गलत इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं से फोटो हटाने को कहा है अन्यथा वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।
माधुराम के बेटे जुगताराम ने कहा हम भाजपा से मेरे पिता की तस्वीर हटाने का अनुरोध करते हैं। सोशल मीडिया पर लोग प्रतिकूल टिप्पणियां कर रहे हैं। हमारी कोई जमीन नीलाम नहीं हुई और न ही हम पर कर्ज है। हम अपने खेत में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टर में पार्टी की ओर से किया गया दावा झूठा है।
कांग्रेस के स्थानीय प्रवक्ता रूघदान झीबा ने कहा, भाजपा ने एक पोस्टर बनाया है जिसमें एक आदमी की तस्वीर लगाई गई थी। उसके माध्यम से यह उजागर किया गया था कि उसकी जमीन कर्ज के कारण नीलाम की गई थी, जबकि उस आदमी (माधुराम जयपाल) पर न तो कोई कर्ज है और न ही उसकी जमीन नीलाम की गई है। जैसलमेर में स्थानीय भाजपा नेताओं की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।
जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा बेनकाब हो गई है। गहलोत ने संवाददाताओं से कहा,“मैंने भी सुना है कि उस किसान ने तो भाजपा की धज्जियां उडा दी। उसने (किसान ने) कहा कि मैं मुकदमा दर्ज करवाऊंगा.. मुझे बदनाम कर दिया है। आप सोच सकते हैं कि ये कितने झूठे लोग हैं। ये झूठ बोलकर चुनाव में आगे बढना चाहते है।
Rajasthan, राजस्थान में चुनावी सियासी पारा तेज है। हर पार्टी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है। वहीं राजस्थान के तहत भाजपा द्वारा जारी किए गए एक पोस्टर पर विवाद खड़ा हो गया है। जैसलमेर के एक बुजुर्ग ने दावा किया है कि इस पोस्टर में इस्तेमाल की गई फोटो उसकी है और उसे गलत तरीके से पेश किया गया है।