बजट में श्रमिकों के लिए किफायती किराये की आवास योजना
चंडीगढ़, 23 फरवरी – हरियाणा के श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक ने वर्ष 2023-24 के बजट में श्रम क्षेत्र के लिए 229 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह बजट बहुत ही संतुलित और दूरगामी है जोकि चालू वर्ष के संशोधित अनुमानों से 48.4 प्रतिशत अधिक है। श्रम राज्य मंत्री अनूप धानक ने इस बजट को कई मायनों में अभूतपूर्व बताते हुए कहा कि इसमें समाज के हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। साथ ही, बजट में श्रम, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित हर क्षेत्र में सुधार की बात कही गई है।उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट में श्रमिकों के बच्चों का विशेष ध्यान रखा है। बजट में यह भी प्रावधान किया गया कि 14 वर्ष तक का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। वर्तमान में पी.पी.पी. डेटा के आधार पर उन बच्चों की पहचान के लिए सर्वे कराया जा रहा है, जो स्कूल नहीं जा रहे हैं। निर्माण श्रमिकों के ऐसे बच्चों की पहचान कर वहां क्रेच, प्ले स्कूल और साइट स्कूल खोले जाएंगे। इन स्कूलों की स्थापना पर आने वाली लागत हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा वहन की जाएगी। ऐसे बच्चों को उनकी शिक्षा के लिए 12वीं कक्षा तक सहायता मिलेगी।
श्रमिकों के लिए किफायती किराये पर मिलेंगे लेबर हॉस्टल
श्रम मंत्री अनूप धानक ने कहा कि सरकार श्रम कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, श्रम कल्याण बोर्डों के पास उपलब्ध निधि से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) में श्रमिकों के लिए किफायती किराये की आवास योजना के रूप में लेबर हॉस्टल स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए एक नई मुख्यमंत्री श्रमयोगी प्रतिभावान योजना शुरू की जाएगी। इस योजना के तहत पूर्ण ट्यूशन अनुदान, छात्रावास शुल्क, पुस्तकों और कंप्यूटर द्वारा उनकी तकनीकी, व्यावसायिक और उच्च शिक्षा के लिए सहायता दी जाएगी। इस योजना का वित्त पोषण हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के पास उपलब्ध धनराशि से किया जाएगा।