रोहतक, 13 सितंबर : उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बरसात के पानी की निकासी को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को फटकार लगाई है और 24 घंटे में उनसे कार्रवाई रिपोर्ट मांगी गई है। उपायुक्त आज अपने कार्यालय में बरसात के पानी की निकासी को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बैठक में जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जवाब मांगा कि नगर में सीवर के मेनहॉल के ढक्कन टूटे हुए क्यों है। उन्होंने कहा कि जलभराव और सीवर के ढक्कन न होने की वजह से किसी भी व्यक्ति की जान को जोखिम हो सकता है। ऐसी घटना के लिए संबंधित विभाग पर भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए के तहत गैर इरादतन हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय दंड संहिता की यह ऐसी धारा है, जिसमें पुलिस को शिकायत मिलने पर तुरंत गिरफ्तारी का प्रावधान किया गया है।
जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि तुरंत प्रभाव से नगर के सीवरों के मेनहोल का निरीक्षण करके उन पर ढक्कन लगाने का कार्य शुरू किया जाए और 24 घंटे के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न कॉलोनियों में लंबे अंतराल तक पेयजल की आपूर्ति में होने और दूषित पेयजल की आपूर्ति को लेकर भी जवाब तलब किया और आवश्यक दिशा-निर्देश की जाएगी।कैप्टन मनोज कुमार ने रोहतक-दिल्ली रोड पर बरसात के पानी की निकासी के लिए तुरंत प्रभाव से व्यवस्था करने के निर्देश दिये और पानी भराव के कारणों के बारे में जवाब भी मांगा। इसके साथ ही उन्होंने जिला के जिन गांव की आबादी अथवा खेतों में बरसात का पानी खड़ा है, उनकी निकासी के बारे में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। दो टूक शब्दों में कहा कि उपरोक्त समस्या के बारे में 24 घंटे के भीतर परिणाम निश्चित रूप से सामने आने चाहिए।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल, एसडीएम राकेश कुमार सैनी, लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन उदयबीर झांजरिया, जन स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व सिंचाई विभाग की मैकेनिकल शाखा के अधिकारी मौजूद थे।