बहादुरगढ़। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बीजेपी संविधान को कुचलने और लोकतंत्र का गला घोटने की साजिश के तहत आगे बढ़ रही है। लेकिन कांग्रेस व देश की जनता बीजेपी के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी। दीपेंद्र हुड्डा आज बहादुरगढ़ में हुए आशीर्वाद समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। इसका आयोजन राजेश जून द्वारा किया गया। समारोह में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर सांसद दीपेंद्र उत्साहित नजर आए।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि वो इसी जनसमर्थन के दम पर प्रदेश के हितों की लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं, बीजेपी सत्ताबल, धनबल, साजिश और षड्यंत्र बल के दम पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। उसके पास गिनवाने के लिए ना कोई काम है और ना ही बताने के लिए कोई उपलब्धि। लेकिन कांग्रेस अपने विकास कार्यों का लेखा-जोखा लेकर जनता के बीच जा रही है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बतौर लोकसभा सांसद अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहादुरगढ़ में मेट्रो लाने से लेकर कॉलेज, न्यूक्लियर रिसर्च संस्थान, कैंसर इंस्टीट्यूट, आईटीआई, स्कूल, बाईपास व पुल बनवाने समेत कई कार्य किए। इतना ही नहीं मेट्रो को सांखौल गांव तक लाने, अंडरपास और दूसरी तरफ के बाईपास को भी कांग्रेस सरकार के दौरान मंजूरी मिल चुकी थी। लेकिन उसके बाद सरकार बदल गई। बीजेपी ने बहादुरगढ़ समेत पूरी रोहतक लोकसभा के साथ इस कद्र भेदभाव किया कि कांग्रेस विकास के जिन कार्यों जहां छोड़कर गई थी, 10 साल बाद भी वो वहीं अटके पड़े हैं। बीजेपी के मौजूदा सांसद और साढे नौ साल मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर ने कभी बहादुरगढ़ का संज्ञान नहीं लिया।
लेकिन इसबार रोहतक लोकसभा की जीत विधानसभा चुनावों के नतीजे को तय करगी। प्रदेश में एकबार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी और मेट्रो को रोहतक तक लेकर जाने, अंडरपास, दूसरी तरफ के बाईपास व दिल्ली की तर्ज पर बहादुरगढ़ का रिंग रोड बनाने के कार्यों को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
आशीर्वाद सम्मेलन के बाद सांसद दीपेंद्र ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर हुए कार्यक्रम में भी शिरकत की। उन्होंने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इस मौके पर दीपेंद्र हुड्डा ने जय भीम का उद्घोष करते हुए भीमराव अंबेडकर को याद किया। उन्होंने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर के नेतृत्व में बने हमारे संविधान पर बतौर सदस्य उनके दादा चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा के भी हस्ताक्षर हैं। उन्हें इस बात का गर्व है। लेकिन बीजेपी के नेता चुनावी मंचों से लगातार बाबासाहेब के दिए हुए संविधान को बदलने का ऐलान कर रहे हैं। लेकिन हम बीजेपी को चेतावनी देते हुए ऐलान करते हैं कि वो संविधान को 1 इंच भी टस से मस नहीं कर पाएगी।