गुरुग्राम | कैबिनेट मंत्री और बादशाहपुर विधायक राव नरबीर सिंह एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में आ गए हैं। गांव हाजीपुर (पातली) में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जाट और अहीर समुदाय को लेकर टिप्पणी की, जिस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
2024 के विधानसभा चुनावों में बादशाहपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे वर्धन राव ने इस बयान को “जातिवादी” और “समाज को बांटने वाला” करार दिया। उन्होंने कहा कि राव नरबीर सिंह जानबूझकर एक विशेष जाति को निशाना बना रहे हैं और खुद को अहीर समुदाय का हितैषी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
“एक साल बाद भी उन्हें दौलताबाद के वोटों की पीड़ा” — वर्धन राव
वर्धन राव ने आरोप लगाया कि मंत्री अब भी इस बात से परेशान हैं कि दौलताबाद में उन्हें अपेक्षित वोट नहीं मिले, जबकि कांग्रेस को वहाँ 1200 वोट पड़े।
उन्होंने कहा—
“60 हजार वोट से जीतकर अहंकार आ गया है। एक साल बाद भी उन्हें यह पीड़ा है कि कांग्रेस को दौलताबाद में वोट क्यों मिले।”
“वोट चोरी के सहारे जीत मिली”
कांग्रेस नेता वर्धन राव ने यह भी दावा किया कि चुनाव में 74,000 से अधिक फर्जी या चोरी के वोट सामने आए थे।
उनके अनुसार:
“वोट चोरी कर जीतने वाले नेता अब जाति की राजनीति कर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं—यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
विकास सिर्फ़ खास इलाकों तक सीमित?
उन्होंने आरोप लगाया कि राव नरबीर सिंह विकास कार्यों को लेकर भेदभाव कर रहे हैं।
“मंत्री सिर्फ़ अपने गांव और पसंदीदा क्षेत्रों में विकास करा रहे हैं, जबकि बादशाहपुर के कई गांव अभी भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं।”
मंत्री ने सभा में क्या कहा था?
हाजीपुर की सभा में राव नरबीर सिंह ने कहा कि उन्होंने दौलताबाद में 15 करोड़ रुपये के काम करवाए, लेकिन फिर भी गांव ने उन्हें वोट नहीं दिया और कांग्रेस प्रत्याशी को 1200 वोट दे दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि:
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“यदि वोट पूर्व विधायक राकेश दौलताबाद की पत्नी को दिए होते तो कोई दिक्कत नहीं थी, क्योंकि वे उसी जाति से हैं।”
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“लेकिन वोट अहीर समुदाय से आने वाले वर्धन राव को दे दिए गए।”
कांग्रेस का कहना है कि यह बयान समाज को बांटने वाला है और एक जिम्मेदार मंत्री को इस स्तर की टिप्पणी से बचना चाहिए।