रोहतक। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में एन.एस.यू.आई. की मीटिंग हुई, जिसमें महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग में 7 सहायक प्राध्यापकों की नियमों को ताक पर रखकर भर्ती कर दी गई है। इस विभाग की भर्ती के लिए इंटरव्यू 14 अगस्त 2024 को लिया गया, जिसमें इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष का साला व एक अन्य प्रोफेसर की साली को सेलेक्ट किया गया। यह आरोप एन.एस.यू.आई. के प्रदेशसचिव गोरव बुधवार ने लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि हद तो यहां तक कर दी गई कि 16 अगस्त को एक्जीक्यूटिव काउंसलिंग की मीटिंग बुलाई गई, जो सुबह 11 बजे शुरू हुई और दोपहर बाद लगभग ढाई बजे संपन्न हुई, जबकि चुनाव आयोग द्वारा प्रैसवार्ता कर प्रदेश में चुनाव की घोषणा कर दी गई। नियमासनुसान चुनाव की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है, जो करीब शाम 3 बजे लग गई। उन्होंने मदवि प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि इंटरव्यू देने वाले प्रार्थियों को कैसे पता चला कि आज ही जॉइनिंग है जबकि दोपहर ढाई बजे एक्जीक्यूटिव काउंसलिंग की मीटिंग संपन्न हुई।
उसके बाद फाइल भी अप्रव्ल की जाती है फाइल इतनी जल्दी अप्रव्ल कैसे हो गई। ये शक के दायरे में आता कि अपने चहेतो को फ ायदा देने के लिए आनफानन में इतना बडा फैसला लिया गया और शाम साढे चार बजे तक जॉइनिंग कैसे करवाई गई, जबकि चुनाव आचार संहिंता तीन बजे लागू हो चुकी थी, उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जाए की आचार संहिता लगने के बाद कैसे इन सहायक प्रोफेसरों को जॉइनिंग करवाया गया, जो कि सरासर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
एनएसयूआई की मांग है कि इन दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए व सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति को निरस्त किया जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में वीसी ऑफिस व इंजीनियरिंग विभाग के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया जाए। दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। इस मौके पर एन.एस.यू.आई. प्रधान सुशील हुड्डा, हरदीप ढुल, राजेश कुमार, सोमबीर, पवन हुड्डा, जितेंद्र राठी, सुजीत कलकल, विजयदीप पंघाल आदि छात्र मौजूद थे।