महिला आरक्षण विधेयक को लेकर भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को ‘झूठा’ करार दिया। खड़गे ने कहा कि संसद में मसौदा कानून का पारित होना केवल सत्ताधारी पार्टी के “दिखावा” और खेल का मामला था। अगले साल के लोकसभा चुनाव से पहले वोटर्स को लुभाने के लिए नारी शक्ति वंदन बिल पारित कराने का दिखावा किया गया है।
शनिवार को जयपुर में कांग्रेस की रैली को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा, “वे कहते रहते हैं कि वे महिलाओं का समर्थन करते हैं। वे झूठे हैं। उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक ऐसे समय में पेश किया जब चुनाव नजदीक हैं। वे इसे मतदाताओं को लुभाने के लिए लाए हैं।”
कांग्रेस चीफ ने बड़ा वादा करते हुए कहा, अगर हम 2024 में सत्ता में आते हैं, तो विधेयक का कार्यान्वयन पहला वादा है जिसे हम पूरा करेंगे।” जब हम बिल लाए थे तो बीजेपी ने इसका विरोध किया था। खड़गे ने कहा कि कानून का ड्राफ्ट ऐसा है, जिससे भाजपा की मंशा के बारे में संदेह की पर्याप्त गुंजाइश है।
उन्होंने कहा, हमने संसद के दोनों सदनों में इस विधेयक का समर्थन किया। लेकिन इसे कब लागू किया जाएगा, इस पर स्पष्टता कहां है? जनगणना और परिसीमन हर 10 साल में एक बार किया जाता है। उन्होंने कहा, ”संसद में इस विधेयक का पारित होना केवल भाजपा का दिखावा मात्र था।”
बता दें कि महिला आरक्षण विधेयक के कानून बनने पर लोकसभा के साथ-साथ राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। राज्यसभा में 214 सदस्यों ने समर्थन में मतदान किया। किसी ने भी विरोध में मतदान नहीं किया। लोकसभा में नारी शक्ति वंदन बिल के पक्ष में 454 वोट पड़े। विरोध में सिर्फ 2 वोट पड़े।
कुछ विपक्षी सदस्यों ने विधेयक के कार्यान्वयन में देरी पर चिंता व्यक्त की, केंद्र ने कहा कि इसे उचित प्रक्रिया के बाद लागू किया जाएगा। ऐसे में वर्तमान सरकार के रूख को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि महिला आरक्षण का कानून 2029 में लागू होगा। कुछ जानकार टाइमलाइन 2034 तक आगे खिसकने की आशंका भी जता रहे हैं। इससे पहले इसी साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं।