Mango, आज हम बात करेंगे केसर आम की जिसे आमों की रानी के रूप में जाना जाता है, यह भारत से एक लोकप्रिय और अत्यधिक निर्यात की जाने वाली किस्म है जो अपने मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है.
वैश्विक और स्थानीय दोनों बाजारों में आम की दूसरी सबसे लोकप्रिय किस्म है. केसर आम का मध्यम आयताकार आकार होता है, जो इसे आमों में विशेष पहचान देता है.
साथ ही इस पर लाल गूदे के साथ हरे से पीले रंग के छिलके होते हैं. केसर आम की खेती पश्चिमी भारत के गुजरात में जूनागढ़ के पास गिरनार की तलहटी में की जाती है, गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली में ऊगाई जाती है.
माना जाता है कि उत्तम स्वाद, बनावट और सुगंध के कारण इसे आमों की रानी कहा जाता है, यह फाइबर मुक्त है और लुगदी, रस, अमृत, स्क्वैश, जैम और ध्यान केंद्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
दिव्यांग किसान बना लाखों किसानों की प्रेरणा, जानें कैसे भरी हौसलों की उड़ान
वहीं इसकी खुशबू इसे एक अलग पहचान देती है. लोग इसके स्वाद के साथ-साथ इस आम की खुशबू के भी दीवाने हैं. केसर आम के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. इसमें विटामिन ए होता है, जो आंखों की रौशनी और हड्डियों को मजबूत बनाता है और विटामिन सी, जो शरीर की सामान्य प्रतिरक्षा को बढ़ाता है.
‘केसर’ आम की मुख्य पहचान यह है कि इसके ऊपर हरे और पीले रंग का धब्बा होता है. यह आम अगर प्राकृतिक रूप से पका हुआ है तो इससे मीठी महक आने लगती है.
इसके बाद इसका केसरिया या “केसरी” रंग का गूदा. वहीं, अन्य किस्मों की तुलना में इसका छिलका हरा होता है लेकिन ऊपर लाल रंग होता है. केसर आम को उनकी गुणवत्ता, स्वाद, उनके गूदे के चमकी जो उन्हें किसी भी स्वस्थ आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है. इनमें से अधिकांश आम गुजरात में गिर की तलहटी में उगाए जाते हैं.