चंडीगढ़। महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय,करनाल द्वारा बागवानी क्षेत्रों में किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए कृषि व्यापार शिखर सम्मेलन एवं पुरस्कार नामक संस्था द्वारा होटल पार्क हयात, हैदराबाद भारत में आयोजित कार्यक्रम में देशभर के उद्यान विभागों में से एमएचयू को उत्कृष्ट उद्यान विश्वविद्यालय का पुरस्कार से नवाजा गया जो हरियाणा के लिए बड़े गर्व की बात है।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि एमएचयू बागवानी के क्षेत्र फल, सब्जियों, फूलों एवं औषधीय पौधों पर महत्वपूर्ण कार्य कर रहा हैं। एमएचयू राज्य की आवश्यकताएं पूरी करने के लिए गंभीरता से लगा हुआ हैं। विश्वविद्यालय ने गत वर्षों में कई नई तकनीकों को बनाने के लिए अनुसंधान कार्य किए है। जिनके अब सुखद परिणाम आने शुरू हो चुके है।
उन्होंने बताया कि सबसे बड़ी उपलब्धि गत दिनों जैविक सूक्ष्म जीवों में अनुसंधान में मिली। एमएचयू ने कई अच्छे सूक्ष्म जीव सम्बधित जैव आदानों की पहचान की हैं। जिनका सफलतापूर्वक बागवानी के क्षेत्र में प्रयोग करके फसलों को सुरक्षित एवं गुणवत्ता का उत्पादन लिया जा सकेगा, जैसे कि इसके उपयोग से खेतों में 20 से 25 प्रतिशत कम रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता होगी। इन उपलब्धियों के कारण कृषि व्यापार शिखर सम्मेलन एवं पुरस्कार नामक संस्था ने एमएचयू को उत्कृष्ट उद्यान विश्वविद्यालय का अवार्ड देकर सम्मानित किया है।
एमएचयू की पूरी टीम किसानों तक बागवानी के क्षेत्र में प्रयोग होने वाली उन्नत तकनीकों को पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि एमएचयू का मुख्य उद्देश्य गुणवत्ता युक्त पैदावार को बढ़ाना है। जिससे कम खर्च में आमदनी बढ़े, किसान आर्थिक तौर पर खुशहाल हो।
उन्होंने बताया कि किसानों में बागवानी खेती की ओर रूझान बढ़ रहा है जो आने वाली पीढिय़ों के लिए किसी बड़े उपहार से कम नहीं होगा। उन्होंने किसान भाईयों से आग्रह किया कि बागवानी सम्बधित समस्याओं के लिए वे एमएचयू के वैज्ञानिकों से संपर्क करे, समस्या का निवारण पाने में सहयोग प्राप्त करें।