MP Assembly Elections से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण कर रहे हैं। डबल इंजन की सरकार के सहारे एक और बार सरकार बनाने का प्रयास कर रही भारतीय जनता पार्टी स्टार प्रचारकों के सहारे भी जनाधार मजबूत करने का प्रयास कर रही है। ऐसा ही एक प्रयास प्रधानमंत्री मोदी का ग्वालियर दौरा है।
पीएम मोदी के दौरे को लेकर तैयारियों का जिम्मा एमपी की भाजपा यूनिट के अलावा अपने गृह नगर ग्वालियर में मौजूद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी है। उन्होंने पीएम के दौरे और भाजपा की चुनावी तैयारियों पर कहा, विश्वास है कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में जनता बीजेपी को अपना आशीर्वाद देगी।
ग्वालियर में मीडिया के सवालों पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा, 2 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी ग्वालियर दौरे पर आ रहे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती होने के कारण दो अक्टूबर की खास अहमियत भी है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी गरीबों को घर उपलब्ध कराने के लिए पीएम आवास योजना का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मध्य प्रदेश के 2 लाख बेघर लोगों को आवास योजना का लाभ मिलेगा।
सिंधिया ने कहा, पीएम आवास योजना के तहत 44 लाख घर बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज नीत भाजपा सरकार की लोकप्रिय योजनाओं में एक- लाडली लक्ष्मी स्कीम का जिक्र करते हुए सिंधिया ने कहा कि इस योजना के तहत 86 लाख बेटियों को बेहतर भविष्य मिलना सुनिश्चित हुआ है। उन्होंने कहा कि लाडली बहना योजना के तहत 1 करोड़ 31 लाख महिलाओं को हर महीने 1250 रुपये दिए जा रहे हैं। भाजपा सरकार महिलाओं का गौरव बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इसी की मिसाल संसद से पारित महिला आरक्षण कानून है। उन्होंने कहा कि बीजेपी भारत के कल्याण और उज्जवल भविष्य की सरकार है।
#WATCH | Gwalior, MP: On PM Narendra Modi's visit to Gwalior on October 2, Union Minister Jyotiraditya Scindia says, "…It is the day of the father of Nation Mahatma Gandhi…PM Modi will inaugurate the PM Awas Yojana to provide houses to 2 lakh homeless people of Madhya… pic.twitter.com/Fa6xZTmaPe
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) September 30, 2023
सिंधिया के दावों के बीच ये देखना भी बेहद दिलचस्प होगा कि सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव के रण में उतार चुकी भाजपा कांग्रेस को कितनी आसानी से पटखनी दे सकेगी। रिपोर्ट्स और सियासी पंडितों के अनुसार मध्य प्रदेश में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के मात देने के लिए भाजपा को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। शिवराज लगभग 18 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जबकि कमलनाथ का सियासी अनुभव कांग्रेस का सबसे बड़ा हथियार है। देखना रोचक होगा कि जीत का सेहरा किसके सिर बंधेगा? जवाब के लिए साल के अंत में होने वाले चुनाव का इंतजार करना होगा।