PM मोदी की हाईलेवल बैठक में बड़ा फैसला — कार्रवाई का समय, तरीका और लक्ष्य सेना खुद तय करेगी
🔴 हमले के बाद PM की सख्त चेतावनी: सेना को मिली खुली छूट
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की बायसरन घाटी, पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इसमें 26 पर्यटक मारे गए और 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुखों, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के साथ डेढ़ घंटे की हाईलेवल मीटिंग की।
PM मोदी ने साफ कहा –
“आतंकवाद को करारा जवाब देना अब हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सेना को हमले का तरीका, समय और टारगेट चुनने की पूरी छूट दी जाती है। भारत अब रक्षात्मक नहीं, निर्णायक रणनीति अपनाएगा।”
🛡️ बैठक में शामिल हुए देश की सुरक्षा के शीर्ष चेहरे
प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस हाई प्रोफाइल बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजीत डोभाल, CDS जनरल अनिल चौहान, सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह और RSS प्रमुख मोहन भागवत भी PM से मिलने पहुंचे – जो इस हमले के गंभीर रणनीतिक नतीजों की ओर इशारा करता है।
🧠 हमले का मास्टरमाइंड कौन? सामने आया खतरनाक नाम
इंटेलिजेंस एजेंसियों ने हमले की जांच में बड़ा खुलासा किया है – इस हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा है, जो पाकिस्तान की पूर्व स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का कमांडर रह चुका है।
अब वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता है और उसने क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए फंडिंग ली थी। एक वायरल तस्वीर के स्केच की पुष्टि एजेंसियों ने की है।
📸 NIA ने किया हमले का सीन रीक्रिएट
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने घटनास्थल पर जाकर सीन री-क्रिएशन किया, ताकि हमले की योजना, आतंकियों की मूवमेंट और लोकल सपोर्ट का सही विश्लेषण हो सके।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया — पाकिस्तान पर डिजिटल और कूटनीतिक दबाव
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पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के सोशल मीडिया हैंडल पर भारत ने प्रतिबंध लगाया।
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अटारी-वाघा बॉर्डर से 104 पाकिस्तानी नागरिकों को भारत ने वापस भेजा।
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महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹50 लाख और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
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राजस्थान में पाकिस्तानी हैकर्स ने शिक्षा विभाग की वेबसाइट हैक कर संदेश छोड़ा — “अगला हमला टेक्नोलॉजी से होगा।”
📍 हमले के बाद की हलचल: आतंकियों की पहचान और मूवमेंट
जांच एजेंसियों का मानना है कि आतंकी घटना के तुरंत बाद पुलवामा की ओर भागे, जहां से उन्हें ड्रोन और लोकल हैंडलर्स का समर्थन मिला था। एक संदिग्ध की तस्वीर वायरल हुई है जो हाशिम मूसा के स्केच से मेल खाती है।