रोहतक शहर के मॉडल टाउन क्षेत्र में पीजीआई में कार्यरत एक युवा डॉक्टर द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 25 वर्षीय डॉ. मंदीप जांगड़ा का शव उनके किराये के मकान में पंखे से लटका मिला। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या का कारण मानसिक तनाव बताया जा रहा है, हालांकि कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
डॉ. मंदीप मूल रूप से जींद के पटियाला चौक के रहने वाले थे और रोहतक के पीजीआई में एमबीबीएस डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस कर रहे थे। वे मॉडल टाउन स्थित सुरेंद्र कुमार के मकान में किराये पर रहते थे।
कमरे में फांसी का फंदा, मौके पर पहुंची पुलिस
शनिवार दोपहर पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक ने अपने कमरे में फांसी लगा ली है। सिविल लाइन थाना प्रभारी एसएचओ अंकिता के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। एफएसएल एक्सपर्ट डॉ. सरोज दहिया को भी घटनास्थल पर बुलाया गया।
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीजीआई डेड हाउस भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या के कारणों का स्पष्ट रूप से खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन परिजनों का कहना है कि डॉ. मंदीप पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से परेशान थे।
न सुसाइड नोट मिला, न कोई साफ वजह
पुलिस को मृतक के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल सिविल लाइन थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और परिजनों व सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या मृतक किसी व्यक्तिगत या पेशेवर परेशानी से गुजर रहा था।
एक होनहार डॉक्टर का असमय अंत
मंडीप जांगड़ा ने हाल ही में एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी और पीजीआई में प्रैक्टिस कर रहे थे। उनका यूं अचानक इस दुनिया को अलविदा कहना न सिर्फ उनके परिवार के लिए, बल्कि चिकित्सा जगत के लिए भी एक बड़ी क्षति है।
-
Suicide Case, Rohtak News, PGI Doctor, Mental Health, Haryana Crime News