ओलंपिक पदक विजेता और अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ी की संघर्ष से सफलता तक की कहानी
हिसार/रेवाड़ी:
हरियाणा के छोटे से गांव डाबड़ा (हिसार) से निकलकर दुनिया के सबसे बड़े खेल मंच तक पहुंचने वाले संजय कालीरावणा को हॉकी इंडिया “A” टीम का कप्तान बनाया गया है। वह पूर्व ओलंपियन और खेल मंत्री संदीप सिंह के बाद दूसरे हरियाणवी हैं जिन्हें यह गौरव प्राप्त हुआ है।
कभी हॉकी स्टिक खरीदने के भी नहीं थे पैसे, सीनियर्स से मांगकर खेलते थे
संजय के पास शुरुआत में हॉकी स्टिक खरीदने तक के पैसे नहीं थे। वह गांव में सीनियर खिलाड़ियों से स्टिक मांगकर खेलते थे। उनकी प्रतिभा को पहचान मिली कोच राजेंद्र सिहाग की नजर से, जिन्होंने खुद उन्हें हॉकी स्टिक लाकर दी और प्रशिक्षण देना शुरू किया।
चंडीगढ़ हॉकी एकेडमी में तराशा गया हुनर
डाबड़ा गांव में 3-4 साल की मेहनत के बाद 2011 में संजय का चयन चंडीगढ़ हॉकी एकेडमी में हुआ। यहीं से उनका करियर असली ऊंचाईयों की ओर बढ़ा। 2015 में सब जूनियर नेशनल फाइनल में हैट्रिक लगाकर उन्होंने देशभर में अपनी पहचान बनाई।
यूथ ओलंपिक से लेकर वर्ल्ड कप तक दिलाया भारत को गौरव
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2018 यूथ ओलंपिक में भारत को रजत पदक
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2021 जूनियर वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 8 गोल
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2023 एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक
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2024 पेरिस ओलंपिक में भारतीय टीम का हिस्सा, जहां भारत ने कांस्य पदक जीता।
2025 में मिली कप्तानी की जिम्मेदारी
संजय के लगातार प्रदर्शन को देखते हुए हॉकी इंडिया ने जुलाई 2025 में उन्हें “A” टीम का कप्तान बनाया है। उनकी कप्तानी में टीम एशिया कप 2025 (बिहार में) खेलेगी। फिलहाल टीम यूरोप टूर पर है जहां आयरलैंड को पहले मुकाबले में 6-1 से हराया गया।
अर्जुन अवॉर्ड ने बढ़ाया मान
साल 2024 में भारत सरकार ने संजय को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया। यह सम्मान उनकी मेहनत, संघर्ष और देश के लिए किए गए योगदान को मान्यता है।
संजय बोले: ये मौका मेहनत से मिला है, युवाओं को संदेश – कभी हार मत मानो
संजय का कहना है, “यूरोप टूर हमारे लिए एक शानदार अवसर है। कठिन मुकाबले हमें खुद को परखने और बेहतर करने का मौका देंगे।”
Alakh Haryana परिवार की ओर से संजय कालीरावणा को ढेरों शुभकामनाएं और बधाई।
Sanjay Kalirawana, Haryana Hockey Player, Indian Hockey Team Captain, Paris Olympics 2024, Arjuna Award Winner