हरियाणा की सियासत में SRK ग्रुप की वापसी हो गयी है। एसआरके ग्रुप ने आते ही अपनी सियासी जुंग शुरू कर दी है। दरअसल कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला मध्य प्रदेश से तो वहीं कुमारी सैलजा छत्तीसगढ़ से चुनाव खत्म होने के बाद वापिस आ गए हैं। अब एक फिर से एसआरके ग्रुप हरियाणा में एक्टिव हो गया है। तीनों नेता सत्ताधारी गठबंधन की सरकार पर लगातार हमलावर हैं। सोमवार को कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने एक प्रेस वार्ता कर भाजपा जजपा सरकार को HTET एग्जाम को लेकर घेरा है। इस दौरान सुरजेवाला ने HTET जुड़े सरकार से पांच सवाल पूछे हैं।
इसके साथ ही सुरजेवाला ने कहा कि क्या हरियाणा के HTET एग्ज़ाम 2023 में बैठने वाले युवाओं के साथ यह घोर अन्याय नहीं? हरियाणा के 12,52,422 युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है। वर्ष 2019 से 2023 तक HTET के आधार पर एक भी नियुक्ति नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि HTET-2023 परीक्षा NCTE के मापदंडों व HTET के स्लेबस के खिलाफ है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में HTET के माध्यम से तीन श्रेणियों के अध्यापकों की भर्ती होती है। प्राईमरी टीचर– (PRT), ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (TGT), पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT)।
वहीं सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर बेरोजगारों से वसूली करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि HTET के एग्ज़ाम के लिए बेरोजगार युवाओं को काफी राशि जमा करवानी पड़ती है। खट्टर सरकार ने HTET एग्ज़ाम में PRT के लिए 1,000 फीस रखी है। PRT+TGT 1,800 रुपये है। PRT+TGT+PGT की 2400 रुपये एग्ज़ाम फीस है। एक तरफ हरियाणा के युवा बेतहाशा बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं, बेरोजगारी की दर 37 प्रतिशत है। वहीं दूसरी तरफ सरकार उनसे करोड़ों रुपये वसूल कर त्रुटिपूर्ण HTET एग्ज़ाम करवा रही है और नियुक्ति भी नहीं दे रही।
सुरेजवाला के 5 सवाल क्या हरियाणा सरकार देगी जवाब
1. क्या कारण है कि साल 2019 से साल 2023 के बीच पांच बार HTET एग्ज़ाम लेकर उसके आधार पर एक भी नौकरी किसी भी युवा को नहीं मिली? क्या यह हरियाणा के बेरोजगार युवाओं से क्रूर मजाक नहीं है?
2. क्या कारण है कि सरकार हरियाणा के बेरोजगार युवाओं से HTET एग्ज़ाम की ₹1,000 से ₹2,400 तक फीस वसूल कर ₹125 करोड़ से ज्यादा वसूल चुकी है, लेकिन नौकरी एक भी नहीं मिली?
3. क्या यह सही है कि HTET एग्ज़ाम 2023 राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा निर्धारित मापदंडों के विरुद्ध है? क्या सरकार बताएगी कि ऐसा क्यों किया गया? क्या NCTE के मापदंडों का कोई महत्व नहीं? NCTE के मापदंडों की धज्जियां उड़ाकर खट्टर सरकार क्या साबित कर रही है?
4. क्या HTET एग्ज़ाम 2023 में खट्टर सरकार ने HTET एग्ज़ाम के निर्धारित स्लेबस की खुली अवहेलना नहीं की? क्या अंग्रेजी व हिंदी के सवाल ग्रामर और व्याकरण के आधार पर पूछे जाने का कोई प्रावधान HTET के स्लेबस में है? अगर नहीं, तो फिर इस आधार पर सवाल कैसे पूछे जा सकते थे?
5. क्या हरियाणा सरकार अपनी गलती मानकर HTET 2023 के सभी युवाओं को ग्रेस मार्क्स देकर राहत देगी? क्या हरियाणा के इन लाखों युवाओं से सरकार अपने निकम्मेपन और लापरवाही के लिए माफी मांगेंगी?