गोहाना के गांव धनाना में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। मकान के एक कमरे में सो रहे परिवार के तीन सदस्य आग की चपेट में आ गए। इस हादसे में परिवार के बड़े बेटे की जलने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां और छोटे बेटे को गंभीर हालत में पीजीआई रोहतक में भर्ती कराया गया है। आग लगने के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हो सका है।
हादसे का विवरण
गोहाना के गांव धनाना में साधुराम का परिवार अपने नए घर के निर्माण के चलते रिश्तेदार धर्मवीर के घर रह रहा था। घर के नीचे की मंजिल पर केवल दो कमरे थे, जिनमें से एक में साधुराम और दूसरे में उनकी पत्नी मुन्नी अपने दो बेटों मुकेश (28) और राहुल (24) के साथ सो रहे थे।
घटना सुबह करीब पांच बजे की है। साधुराम जब उठे, तो घर में आग लगी हुई देखी। उन्होंने तुरंत छोटे बेटे राहुल और पत्नी मुन्नी को बाहर निकाला, लेकिन बड़े बेटे मुकेश को बचाने में असफल रहे। मुकेश की जलने से मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों की मदद से मुन्नी और राहुल को बाहर निकालकर रोहतक के पीजीआई अस्पताल भिजवाया गया। वहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
हलवाई का काम करता था मृतक
साधुराम खेती का काम करते हैं, जबकि उनका बड़ा बेटा मुकेश हलवाई का काम करता था। वह शादियों और अन्य कार्यक्रमों में भोजन बनाने का काम करता था। छोटा बेटा राहुल फिलहाल घर पर ही रहता था। दोनों भाइयों की अब तक शादी नहीं हुई थी।
पुलिस जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही बरोदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मुकेश के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पीजीआई खानपुर भेजा गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस जांच अधिकारी राजपाल हुड्डा ने बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की गहन छानबीन कर रही है।