जींद, 9 दिसंबर: जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भंग कर दिया है और अब नई कार्यकारिणी का गठन अगले साल जनवरी में किया जाएगा। पार्टी ने यह निर्णय अपने सातवें स्थापना दिवस के मौके पर लिया, जिसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। पार्टी का उद्देश्य अब संगठन को और अधिक मजबूत करना है और इसके लिए फरवरी से प्रदेशभर में सदस्यता अभियान चलाने की योजना बनाई है।
नई कार्यकारिणी का गठन:
सोमवार को जजपा के सातवें स्थापना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद डॉ. अजय चौटाला ने अध्यक्षता की। बैठक में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी देते हुए जजपा के वरिष्ठ नेता दुष्यंत चौटाला ने बताया कि पार्टी अब अगले साल जनवरी में अपनी नई कार्यकारिणी का गठन करेगी। इसके साथ ही, पार्टी फरवरी में प्रदेश के सभी 6800 गांवों और सभी शहरों में सदस्यता अभियान चलाएगी ताकि पार्टी का संगठन और मजबूत हो सके।
सदस्यता अभियान का उद्देश्य:
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पार्टी का सदस्यता अभियान प्रदेश के सभी गांवों और शहरों में बड़े पैमाने पर चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य पार्टी के पुराने वोट बैंक को दोबारा सक्रिय करना है, जो पिछले विधानसभा चुनावों में कुछ कारणों से पार्टी से खिसक गया था। उन्होंने यह भी बताया कि इस अभियान के दौरान पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करेंगे और जजपा के उद्देश्यों और नीतियों से उन्हें अवगत कराएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना:
इस मौके पर दुष्यंत चौटाला ने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जो राजनीतिक छल हुआ, उसके लिए गुलाबी गैंग और उसके मुखिया की अपनी महत्वाकांक्षाएं जिम्मेदार हैं। दुष्यंत चौटाला ने आरोप लगाया कि प्रदेश की जनता में भाजपा के प्रति नाराजगी थी और एंटी-इन्कंबेंसी का ध्रुवीकरण गुलाबी गैंग की तरफ हुआ। हालांकि, गुलाबी गैंग ने अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के कारण जनता के हितों को नजरअंदाज किया और उनके साथ बड़ा छल किया।
वोट बैंक को फिर से हासिल करने की रणनीति:
दुष्यंत चौटाला ने आगे कहा कि जजपा को 2019 में जो भारी समर्थन मिला था, वह विधानसभा चुनाव में कुछ कारणों से खिसक गया था। इस खिसके हुए वोट बैंक में सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा युवा और महिलाएं थीं, जो गुलाबी गैंग की तरफ चले गए थे। उन्होंने भरोसा जताया कि पार्टी अब इन दोनों वर्गों को फिर से अपने साथ जोड़ेगी और जो लोग भ्रमित होकर दूसरी पार्टियों में चले गए थे, उन्हें भी वापस लाया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी की रणनीति अब सड़कों पर उतरकर जनता के हितों की लड़ाई लड़ने की है। पार्टी ने सत्ता में रहते हुए भी जनहित की लड़ाई लड़ी थी और अब भी वह ऐसा करेगी।
किसानों से किए गए वादों का मुद्दा:
दुष्यंत चौटाला ने भाजपा पर किसानों से किए गए वादों से मुकरने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने किसानों से एमएसपी पर फसलों की खरीद की गारंटी का कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन वह वादा अब तक पूरा नहीं हुआ। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब शंभू बॉर्डर से किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला किया, तो सरकार ने कहा था कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन जब किसान दिल्ली की ओर रवाना हुए, तो पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया, जिससे यह साफ होता है कि सरकार अपने वादों से मुकर रही है।
आगे की रणनीति:
दुष्यंत चौटाला ने विश्वास जताया कि जजपा खत्म नहीं हुई है और पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह और आत्मविश्वास का संचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी की जड़ें मजबूत हैं और वह समाज के हर वर्ग के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी।