कांग्रेस पार्टी ने बड़ा कदम उठाते हुए हरियाणा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव को AICC के ओबीसी डिपार्टमेंट के चेयरमैन पद से हटा दिया है। उनकी जगह अब डॉ. अनिल जयहिंद को नियुक्त किया गया है। गुजरात अधिवेशन के बाद यह हरियाणा में पार्टी की पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
पद से हटाए जाने के बाद कैप्टन अजय यादव ने सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, “मुझे कांग्रेस अध्यक्ष ने बिना औपचारिकता के हटाया है। यह एक गुट की साजिश है जो मुझे अपमानित करना चाहता है। मैंने इस्तीफा दिया था, लेकिन राहुल गांधी के निजी सचिव ने वापस लेने को कहा था।”
हालांकि बाद में उन्होंने अपनी पहली पोस्ट डिलीट कर दी और नई पोस्ट में कहा कि जल्द ही वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस साजिश को बेनकाब करेंगे।
पार्टी में मतभेद, टिकट विवाद और 2019 की हार भी बनी वजह
सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने यह फैसला तीन मुख्य कारणों से लिया:
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असहजता: कैप्टन कई बार पार्टी लाइन से हटकर बयान देते रहे, 2014 और 2024 में इस्तीफों की धमकी देकर असहजता पैदा की।
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हार: 2019 लोकसभा चुनाव में उन्हें राव इंद्रजीत सिंह के हाथों 3.86 लाख वोटों से करारी हार मिली थी।
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ओबीसी वोट बैंक पर दबाव: भाजपा ने ओबीसी वर्ग में पकड़ मजबूत की है, जबकि कैप्टन इस मोर्चे पर कांग्रेस को प्रभावी बढ़त नहीं दिला सके।
लालू परिवार से रिश्तों का प्रभाव
गौरतलब है कि कैप्टन अजय यादव आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के समधी भी हैं। उनके बेटे चिरंजीव राव की शादी लालू की बेटी अनुष्का से हुई है। यह घटनाक्रम बिहार की राजनीति में भी हलचल पैदा कर सकता है, खासकर चुनावी वर्ष में। Captain Ajay Yadav was removed from the post of OBC in-charge, he said- ‘There is a conspiracy’