हरियाणा के पौराणिक और ऐतिहासिक तीर्थ नगरी कुरुक्षेत्र में अब अष्ट कोसी यात्रा दोबारा शुरू होने जा रही है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (KDB) और सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के संयुक्त प्रयास से इस यात्रा की शुरुआत 28 मार्च से होगी। यह यात्रा ब्रज की प्रसिद्ध 84-कोसी परिक्रमा की तर्ज पर होगी, जिसमें श्रद्धालु कुरुक्षेत्र के 12 प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन कर सकेंगे।
हर दिन होगी यात्रा
KDB के वाइस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमिच ने बताया कि धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर इस यात्रा को सफल बनाने के लिए विचार-विमर्श किया गया। देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु प्रतिदिन इस यात्रा में भाग ले सकेंगे।
इसका शुभारंभ 28 मार्च को सुबह 4:30 बजे नाभि कमल तीर्थ से होगा। यात्रा के दौरान श्रद्धालु ओजस घाट, स्थाण्वीश्वर महादेव, कुबेर तीर्थ, क्षीर सागर तीर्थ, दधीचि कुंड, बाण गंगा दयालपुर समेत अन्य पवित्र स्थलों के दर्शन करेंगे और यात्रा नाभि कमल तीर्थ पर ही संपन्न होगी।
यात्रा का होगा विस्तार
शुरुआती चरण में यात्रा की परिधि 24 किलोमीटर होगी, जिसे भविष्य में 48 कोसी यात्रा तक विस्तारित किया जाएगा। इस विस्तार में कुरुक्षेत्र के साथ-साथ करनाल, कैथल, पानीपत और जींद जिलों के तीर्थ स्थलों को भी शामिल किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
तीर्थयात्रा को अधिक भक्तिमय और रोचक बनाने के लिए इस्कॉन की भजन मंडली कीर्तन करेगी। प्रशासन और धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से तीर्थ स्थलों के महत्व को श्रद्धालुओं तक पहुंचाने की योजना है, ताकि वे कुरुक्षेत्र की पौराणिक महिमा से परिचित हो सकें।
यह यात्रा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने और आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।