Ayushman Yojana, बड़ी और खर्चिली बिमारीयों के चलते कई बार हम इलाज करान से डरते है ऐसे में गरीब मरीजों के लिए आयुष्मान योजना उनकी सहायता करती है. मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना और आयुष्मान योजना सिर्फ लोगों के जीवन ही नहीं बचा रही है, बल्कि जीवन की राह भी आसान कर रही है.
आपको बता दें कि वाराणसी में अब तक 1.5 लाख से अधिक लोगों तक इस योजना का लाभ पहुंच चुका है. जानकारी के अनुसार इनके इलाज पर सरकार दो अरब से अधिक खर्च कर चुकी है.
जिनके पास इलाज़ के लिए पैसे नहीं हैं या पैसे के वजह से इलाज न करा पाने पर दम तोड़ देते हैं. ऐसे में आयुष्मान भारत योजना कमजोर वर्ग के स्वास्थ्य संबंधित हर मर्ज की दवा बन रही है.
आयुष्मान भारत योजना के वाराणसी जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक नवेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में 5,40,064 आयुष्मान कार्डधारक हैं. इनमें 1,56,316 लाभार्थियों का 2,04,05,22,137 रुपये का उपचार किया जा चुका है. जिसमें 1,30,892 लाभार्थियों का 1,40,87,69,765 करोड़ खर्च का भुगतान सरकार ने कर दिया है.
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2011 की जनगणना के आधार पर कमजोर वर्ग की तैयार सूची में शामिल परिवार को आयुष्मान योजना का पात्र माना गया है. ऐसे पात्र परिवारों को आयुष्मान कार्ड (गोल्डन कार्ड) प्रदान कर एक तरह की स्वास्थ्य सुरक्षा की गारंटी प्रदान की जाती है.
सरकारी अस्पतालों के साथ ही आयुष्मान अधिकृत निजी अस्पतालों में भी आयुष्मान भारत योजना की सुविधा मिलती है.