BABA RAMDEV CASE :’पतंजलि आयुर्वेद से जुड़े भ्रामक विज्ञापन मामले में बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट से झटके पर झटके लग रहे हैं। बुधवार यानी आज फिर बाबा रामदेव ने एक बार फिर सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को लेकर बड़ा माफीनामा प्रकाशित करवाया है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पतंजलि की तरफ से माफी मांगी गई है। अब अगली सुनवाई 30 अप्रैल को होगी।
मंगलवार को भी इस तरह का माफीनामा सामने आया था, जिसे देश भर के 67 समाचार पत्रों में प्रकाशित कराया गया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर इसके फॉन्ट और साइज को लेकर सवाल उठाते हुए कहा था की क्या माफीनामा और विज्ञापनों का साइज एक था ?’
जिसके चलते रामदेव-और बालकृष्ण ने आज फिर बड़ा माफीनामा छपवाया। माफीनामे में बाबा रामदेव और बालकृष्णा ने बगैर शर्त सार्वजनिक माफी’ के शीर्षक के साथ कहा , ‘माननीय शीर्ष न्यायालय में चल रहे मामले के मद्देनजर हम भारत के माननीय उच्चतम न्यायालयों के निर्देशों/आदेशों की अवज्ञा या पालन नहीं करने के चलते व्यक्तिगत रूप के साथ-साथ कंपनी की ओर से सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हैं।’
’22 नवंबर 2023 को प्रेस कॉन्फ्रेंस/मीटिंग के लिए हम बगैर शर्त माफी मांगते हैं। विज्ञापनों को प्रकाशित करने में हुई गलती के लिए हम माफी मांगते हैं और वादा करते हैं कि ऐसी गलतियां दोबारा नहीं होंगी। हम माननीय अदालत के निर्देशों और आदेशों के ध्यान और गंभीरता के साथ पालन करने का वचन देते हैं। हम न्यायालय की गरिमा की बनाए रखने और माननीय न्यायालय/ अथॉरिटी के निर्देशों और कानूनों का पालन करने का वादा करते हैं।’
दरअसल मामला ये था कि सुप्रीम कोर्ट इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने पतंजलि पर कोविड वैक्सीनेशन और एलोपैथी के खिलाफ निगेटिव प्रचार करने और खुद की आयुर्वेदिक दवाओं से कुछ बीमारियों के इलाज का झूठा दावा करने को लेकर याचिका दर्ज करवाई थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इन विज्ञापनों पर रोक लगा दी थी। लेकिन कंपनी ने इसे नजरअंदाज किया और कोर्ट ने कंपनी और मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) आचार्य बालकृष्ण को अवमानना नोटिस जारी कर दिया।