ALAKH HARYANA NEWS भिवानी, 07 अप्रैल : मिनी क्यूबा भिवानी में कभी ओलंपिक, कभी एशियन, कभी कॉमनवेल्थ और अब हाल ही में विश्व बॉक्सिंग चैंपियन नीतू की जीत का खुमार भी नहीं उतरा था कि खेल विभाग ने भिवानी के साई सेंटर से बॉक्सिंग को खत्म कर जोर का झटका धीरे से लगाया है। भारतीय खेल प्राधिकरण की तरफ से जारी किए गए इस पत्र के बाद ना केवल भिवानी के खिलाडिय़ों, बल्कि कोच व खेल प्रेमियों में भी रोष है। भिवानी सांई सैंटर से बॉक्सिंग खेल को हटाए जाने के विरोध में शुक्रवार को भिवानी बॉक्सिंग क्लब के प्रधान कमल सिंह प्रधान के नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय खिलाडिय़ों ने स्थानीय सांई सैंटर के समक्ष नारेबाजी की। जिसके बाद सांई इंचार्ज कुलदीप सिंह के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व खेल मंत्री मनोहर लाल तथा भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सांसद चौ. धर्मबीर सिंह को ज्ञापन भेज जल्द से जल्द इस फैसले का वापिस लेने की मांग की। इस दौरान खिलाडिय़ों ने चेतावनी देते हुए कहा कि वो जान की बाजी लगा देंगे, परन्तु भिवानी से बॉक्सिंग को खत्म नहीं होने देंगे।
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इस मौके पर भिवानी बॉक्सिंग क्लब के प्रधान कमल सिंह प्रधान ने कहा कि भिवानी साई होस्टल के खिलाडिय़ों ने 1985 से अब तक 15 के करीब ओलंपिक व 400 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय पदक पाए हैं, जिनमें ज्यादातर बॉक्सिंग में है। उन्होंने कहा कि यहीं से बिजेंद्र बॉक्सर सरीखे अनेक अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज निकले है, ऐसे में यहां से बॉक्सिंग को खत्म नहीं होने दिया जाएगा, चाहे जान की बाजी लगानी पड़े। इस मौके पर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी नवीन फ्रूटी व मोहित ने एक स्वर में कहा कि किसी भी कीमत पर सांई हॉस्टल से बॉक्सिंग खेल को खत्म नहीं होने दिया जाएगा।
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इस अवसर पर सुभाष शर्मा, युवा कल्याण संगठन के प्रदेश अध्यक्ष देशमुख दादरवाल, बलवान प्रधान, समेर घणघस, जगदीश कोच, मनजीत कोच, महेश बॉक्सर, सोनू बॉक्सर, प्रिया, सोनिका, दीपिका, लक्ष्मी, पुनीत, हितेश, नीरज, हर्ष, सुबेदार लक्ष्मण सिंह, लीलाराम, दर्शन लाल, महेंद्र सिंह, अजीत सिंह, चमन सिंह सहित अनेक खिलाड़ी व खेलप्रेमी मौजूद रहे।