हरियाणा। हरियाणा में वॉटर स्पोर्ट्स गतिविधियों के साथ-साथ अब पर्यटक हॉट एयर बैलून सफारी का भी मज़ा उठा सकेंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज गेट वे ऑफ हिमाचल कहे जाने वाले पिंजौर में हॉट एयर बैलून सफारी का शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता और स्कूल शिक्षा और विरासत एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल के साथ सबसे पहले हॉट एयर बैलून सफारी की सवारी की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली सफारी का अनुभव बेहद अच्छा रहा और सुरक्षा की दृष्टि से भी यह काफी सुरक्षित है। हॉट एयर बैलून संचालित करने वाली कंपनी ने सुरक्षा सर्टिफिकेट प्राप्त किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हॉट एयर बैलून सफारी की शुरुआत होने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और राज्य सरकार लगातार पर्यटन गतिविधियां बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि आज से शुरू हुए इस हॉट एयर बैलून सफारी की व्यावहारिकता को देखते हुए राज्य सरकार कंपनी को 2 साल के लिए वीजीएफ के तौर पर 72 लाख रुपए देगी। कंपनी की ओर से इसका रेट 13 हजार रुपए प्रति व्यक्ति प्रति राइड निर्धारित किया गया है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा अब वॉटर स्पोर्ट्स और साहसिक खेल गतिविधियों की ओर अग्रसर हो रहा है। सरकार द्वारा मोरनी हिल्स के पास टिक्करताल क्षेत्र में भी पैराग्लाइडिंग, वाटर स्पोट्र्स एक्टिविटी, जेट स्कूटर, पैरा सेल्लिंग औऱ ट्रेकिंग जैसे एडवेंचर खेलों की शुरुआत की गई है। इसके अलावा, ट्रैक, माउंटेन बाइकिंग ट्रैक और कई अन्य गतिविधियों की भी पहचान की गई है। साथ ही मोरनी हिल्स में इको-टूरिज्म को बढ़ाने के लिए वन विभाग को भी जोड़ा गया है।
अरावली क्षेत्र को भी पर्यटन की दृष्टि से किया जा रहा विकसित
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शिवालिक पर्वत क्षेत्र के साथ साथ अरावली क्षेत्र को भी पर्यटन के रूप विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में विश्व के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए भी व्यापक स्तर पर रोडमैप तैयार किया जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा अरावली पर्वत श्रृंखला में पड़ने वाले गुरुग्राम व नूंह जिलों की 10,000 एकड़ भूमि पर दुनिया का सबसे बड़ा जंगल सफारी पार्क विकसित किया जा रहा है। इससे अरावली पर्वत श्रृंखला को संरक्षित करने में मदद मिलेगी, वहीं दूसरी ओर गुरुग्राम व नूंह क्षेत्रों में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
अग्रोहा में भी मिली खुदाई की अनुमति, राखीगढ़ी की तर्ज पर अग्रोहा को किया जाएगा विकसित
मनोहर लाल ने कहा कि ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण राखीगढ़ी में भी म्यूज़ियम बनाया जा रहा है। साथ ही अब राखीगढ़ी की तर्ज पर अग्रोहा में भी खुदाई की अनुमति मिल चुकी है। इससे इस क्षेत्र में पुरातात्विक विरासत को पहचान मिलेगी। इसके अलावा, ढोसी के पहाड़ को भी तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां पर रोप -वे की शुरुआत की गई है। यहां पर चवन ऋषि जैसे महान तपस्वी हुए हैं। इसलिए इसकी अपनी आध्यात्मिक पहचान भी है। इसके अलावा, यहां एयरो स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए भी पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं का अध्ययन किया जा रहा है।
इस अवसर पर एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल, पंचकूला के उपायुक्त सुशील सारवान, डीसीपी सुमेर प्रताप सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त वर्षा खंगवाल, पूर्व विधायक लतिका शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।