हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत 126 करोड़ रुपये की लागत की 22 प्रमुख परियोजनाओं के लिए प्रशासनिक मंजूरी दी। इन परियोजनाओं से हिसार, जींद, कैथल और सिरसा जिलों में बुनियादी ढांचे का विकास कराया जाएगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हिसार के गांव सिसाय में 14.25 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना के तहत बालसमंद शाखा से पानी की व्यवस्था की जाएगी। यह योजना जल जीवन मिशन के अनुरूप है। इसके अलावा 3.90 करोड़ रुपये और 1.50 करोड़ रुपये की परियोजना लागत से नारनौंद और हांसी में विभिन्न ढाणियों में घरेलू नल कनेक्शन (एफएचटीसी) किए जाएंगे। इसी तरह से 4.10 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि 46.59 करोड़ रुपये की लागत से सिरसा जिले के (मंडी डबवाली और कालांवाली) गांवों भारूखेड़ा, चोरमार खेड़ा, देसू जोधा, गदराना, हबुआना, जोत्तांवाली, खतरावान, मंगियाना, मसीतां, नौरंग और सुखचैन को 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन (एलपीसीडी) की बढ़ी हुई जलापूर्ति का लाभ मिलेगा। इसी प्रकार से 13.65 करोड़ रुपये की लागत से सिरसा जिले के झोड़ा रोही, गिदरांवाली और रगुआना (कालांवाली) गांवों के ग्रामीणों को 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन (एलपीसीडी) की बेहतर पेयजल आपूर्ति का लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि कैथल जिले के पट्टी डोगरान गांव में 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन (एलपीसीडी) के साथ पेयजल आपूर्ति बढ़ाने के लिए 3.30 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जिला जींद के अशरफगढ़ और संडील गांवों के लिए क्रमशः 2.12 करोड़ और 4.84 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, ताकि 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन (एलपीसीडी) पेयजल मिल सके। राज्य सरकार के इस प्रयास से ग्रामीणों के जीवन स्तर में सुधार होगा और उन्हें मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी।