हरियाणा। हरियाणा में पूर्व क्रिकेटर जोगिंदर सिंह के खिलाफ FIR दर्ज होने का मामला सामने आया है। जानकरी के अनुसार हिसार में पवन आत्महत्या मामले में DSP जोगिंदर शर्मा समेत 6 लोगों पर FIR दर्ज की गई है। उन पर आत्महत्या के लिए उकसाने के अपराध में हरियाणा के हिसार में मामला दर्ज किया गया है। परिवार का आरोप है कि आरोपियों ने उन पर मकान खाली करने का दबाव डाला था। इसके साथ ही परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे के तौर पर कई मांग रखी हैं।वहीं जोगिंदर ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं हैं।
मामला ये था कि एक जनवरी को हिसार के गांव डाबड़ा में 27 वर्षीय पवन ने आत्महत्या कर ली थी। इसके बड़ा मृतक पवन की माँ सुनीता ने दो जनवरी को आजाद नगर थाना में केस दर्ज करवाया था उनका मकान को लेकर अजयबीर , ईश्वर झाझड़िया, प्रेम खाती, राजेन्द्र सिहाग, जोगिंद्र के साथ अदालत में केस चल रहा है। इसी केस के कारण उसका बेटा पवन परेशान रहता था। उसके बेटे पवन ने एक जनवरी को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। स्वजन ने एएसपी के सामने एससी/एसटी एक्ट की धारा भी जोड़ने समेत 9 मांगे रखी थी। उन्होंने नियमानुसार सभी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी स्वजन तुरंत आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अड़े रहे। देर रात तक धरना जारी था।
आपको बता दें कि जोगिंदर सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ 2007 में टी20 वर्ल्ड कप में आखिरी ओवर फेंक कर टीम इंडिया को जीत दिलाई थी। इसलिए वो पूर्व क्रिकेटर के साथ हरियाणा में डीएसपी पद पर तैनात हैं। इस मामले को लेकर डीएसपी जोगिंद्र शर्मा ने कहा कि मैं पवन को न तो जानता और न ही कभी मिला हूं। साढ़े तीन साल के कार्यकाल में काफी जांच की है। इस तरह का कोई मामला संज्ञान में भी नहीं है।आजाद नगर के थाना प्रभारी संदीप कुमार ने कहा कि पवन की आत्महत्या के मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। परिजन तत्कालीन डीएसपी पर भी आरोप लगा रहे है। अभी मामले की जांच की जा रही है।
बता दें, हरियाणा के रोहतक से आने वाले जोगिंदर शर्मा ने भारत के लिए 4 वनडे और 4 ही टी-20 मैच खेले हैं। उन्होंने अपने करियर के सभी टी-20 मैच सिर्फ वर्ल्ड कप में ही खेले और इतिहास बना गए। भारत के लिए वनडे में उन्होंने 2004 में डेब्यू किया था और 2007 में आखिरी बार वनडे मैच खेला।
सीएमओ कार्यालय के बाहर पार्क में धरने पर बैठे पवन के स्वजन से मिलने डीएसपी अशोक कुमार पहुंचे। उन्होंने परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि अगर आप हिसार पुलिस की जांच संतुष्ट नहीं है तो हिसार मंडल के अंदर आने वाले अन्य चार जिलों में किसी भी अधिकारी से जांच करवा सकते है। ऐसे में स्वजन ने डीएसपी की बातों पर असंतुष्टि जताते हुए एएसपी से ही मामले की जांच करवाने और बात करने की बात कही। करीब आधे पौने घंटे बाद एएसपी डॉ. राजेश कुमार मोहन स्वजन के पास पहुंचे। उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया कि वो तुरंत प्रभाव से मामले की स्वंय जांच करेंगे।
परिजनों ने रखी ये मांगे
आजाद नगर थाना में 2020, 2021 में दर्ज तीन मामलों में जांच कर तुरंत आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। मार्च 2023 में सिरसा एसपी को दी गई शिकायत के मामले में जांच करवाकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाया जाए। परिवार के सदस्य को सरकारी विभाग में नौकरी दी जाए। 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाए। सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए आर्म्स लाइसेंस बनवाया जाए। पीड़ित परिवार की एक बेटी और एक बेटा पढ़ाई कर रहे है, उनकी मदद की जाए। मृतक युवक के दाह संस्कार का खर्चा भी प्रशासन की ओर वहन किया जाए।