पेहवा के निवासी बलकार सिंह ने 12 जुलाई को ज्योतिसार के पास अपनी बेटी को नहर में फेंक दिया था। पुलिस के अनुसार, बलकार सिंह के साथ-साथ उसके भाई कुलदीप सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
कांवडिये ने देखा कि नरवाना शाखा नहर के सरस्वती फीडर में कोई बच्चे को गिराकर भाग रहा है। कांवड़िये ने नहर में कूदकर बच्चे को बचा लिया। उसने राउगढ़ गांव के ‘कांवड़िये केंद्र’ के प्रभारी को बच्ची को सौंप दिया, जहां से बच्ची को ज्योतिसार में पुलिस के पास पहुंचा दिया गया।
पुलिस ने बताया कि बच्ची का अस्पताल में इलाज चल रहा है। ज्योतिसार चौकी प्रभारी महिंदर सिंह ने बताया कि बलकार सिंह की दूसरी पत्नी से दो बेटियां थीं और सिंह दोनों को फेंक देना चाहता था।
आरोपी ने अपनी छोटी बेटी को कथित तौर पर नहर में फेंकने के बाद अपनी पत्नी को फोन किया, जो लुधियाना गई थी और उसे बताया कि उसने क्या किया है। उसने पत्नी से लोगों को यह बताने के लिए कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को किसी को गोद दे दिया है।
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आरोपी पति ने अपनी पत्नी को सच बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी। आरोपी दोनों बेटियों को फेंकना चाहता था लेकिन बड़ी बेटी ने रोना शुरू कर दिया और सिंह भाग गया।
पत्नी ने वापस आकर अपने ससुर और अन्य रिश्तेदारों को जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपियों को अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
Haryana, हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 18 महीने की बच्ची को नहर में फेंकने के आरोप में पिता को गिरफ्तार किया गया है। बच्ची को एक ‘कांवड़िये’ ने बचा लिया।