चंडीगढ़, 10 फरवरी 2025: हरियाणा सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए प्रदेश में आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) में पढ़ने वाले 40 हजार छात्रों की निशुल्क बस पास सुविधा समाप्त कर दी है। इस फैसले के बाद प्रदेश की 380 राजकीय और निजी आईटीआई में प्रशिक्षण ले रहे छात्रों को अब परिवहन के लिए अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा।
छात्राओं को मिलती रहेगी सुविधा
इस फैसले से 20 हजार छात्राएं भी प्रभावित हुई हैं, हालांकि, राज्य सरकार छात्राओं को 150 किलोमीटर तक निशुल्क बस पास की सुविधा अभी भी प्रदान कर रही है। वहीं, जुलाई 2014 से स्कूल और कॉलेज के छात्रों के लिए लागू की गई यह सुविधा अब केवल कुछ श्रेणियों तक सीमित कर दी गई है।
किन छात्रों की सुविधा हुई बंद?
सरकार ने एनसीवीटी (नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) के तहत आने वाले सभी ट्रेड में प्रशिक्षण लेने वाले छात्रों की फ्री बस पास सुविधा समाप्त कर दी है। अब इन छात्रों को बस पास के लिए फीस चुकानी होगी। हालांकि, एससीवीटी (स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग) के तहत आने वाले छात्रों को यह सुविधा जारी रहेगी।
हरियाणा में आईटीआई छात्रों की संख्या
हरियाणा में कुल 194 सरकारी और 186 निजी आईटीआई संस्थान हैं, जिनमें मौजूदा सत्र में 69,437 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। इनमें से 54,752 विद्यार्थी सरकारी आईटीआई में, जबकि 14,682 निजी आईटीआई में पढ़ाई कर रहे हैं।
सरकार ने क्यों लिया यह फैसला?
हरियाणा रोडवेज अंबाला के जीएम अश्वनी डोगरा ने बताया कि यह फैसला नियमों के अनुसार लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि एनसीवीटी केंद्र सरकार के अधीन आता है, जबकि एससीवीटी राज्य सरकार के अंतर्गत आता है। इसलिए राज्य सरकार केवल एससीवीटी ट्रेड में पढ़ने वाले छात्रों को ही निशुल्क बस पास सुविधा प्रदान कर सकती है। अब बस पास के लिए छात्रों को फीस भरनी होगी, जो सरकारी हिदायतों के अनुसार ही ली जा रही है।