हिन्दुओं में दिवाली का त्योहार बहुत शुभ माना जाता है। माना जाता है की इस दिन होने वाली लक्ष्मी-गणेश की पूजा करने से सभी परेशानियों दूर हो जाती है। इस बार 12 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी। ऐसे में जरूरी है कि आप पहले से ही पूजा की सारी सामग्री खरीद लें। माना जाता है कि दिवाली के दिन माता लक्ष्मी और गणेश भगवान अपने भक्तों के घर पहुंचते हैं। इसलिए दिवाली के दिन दीपक जलाएं और पूरी रात घर को जगमग रखें। आइए जानते हैं दिवाली पूजन से जुड़ी सारी जानकारी।
दिवाली पूजन सामग्री 2023
दिवाली पूजा करते वक्त आपके पास लकड़ी की चौकी, लाल कपड़ा, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, कुमकुम, हल्दी की गांठ, रोली, पान, सुपारी, लोंग, अगरबत्ती, धूप, दीपक, लो, माचिस, घी, गंगाजल, पंचामृत, फूल, फल, कपूर, गेहूं, दूर्वा घास, जनेऊ, खील बताशे, चांदी के सिक्के और कलावा होना चाहिए।
दिवाली पूजा का सही समय
दिवाली का प्रदोष काल 05:29 बजे से रात 08:08 तक, वृषभ काल शाम 05:39 बजे से शाम 07:35 बजे तक और निशिता मुहूर्त रात 11:39 बजे से 12:32 बजे तक है। दिवाली के दिन शुभ मुहर्त में पूजा करना शुभ माना जाता है।
दिवाली पर बांटे खील और बताशे
दिवाली पर पूजा करने के बाद आपको खील बताशो को पांच हिस्सों में बांटना है। पहला हिस्सा गाय, दूसरा हिस्सा किसी जरूरतमंद, तीसरा हिस्सा पक्षियों का को, चौथा हिस्सा पीपल के पेड़ के नीचे रखें और पांचवा घर के लोगों को प्रशाद के रुप में दें।
दिवाली पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति कैसे होनी चाहिए?
दिवाली पर इस बात का भी ख्याल रखना है कि लक्ष्मी और गणेश की मूर्ति खंडित ना हो। बाजारों में बहुत भीड़ होती है, जिस वजह से हम टूटी हुई मूर्ति ले आते हैं। ऐसा करना गलत माना जाता है।इसलिए हमेशा जब भी आप किसी भी भगवान मूर्ति लेकर आओ तो उसको ध्यान में रखकर की वो मूर्ति खंडित न हो तो ही लेकर आये। टूटी मुहर्त आपकी पूरी पूजा को खंडित कर देती है।