IISR, वैसे तो गन्ने के कई फायदे है आज के समय में भी लोग गर्मी के मौसम में गन्ने के जूस का सेवन करते है. गन्ना का स्वाद ही सिर्फ मिट्ठा नहीं होता बल्की इसके फायदे भी बहुता है. इसके अनको उपयोग भी है, गन्ने से बनी चीनी, गुट, पाक, खाड़ ये हर घर में इस्तेमाल किए जाते है.
खैर शहरी इलाको में चीनी का इस्तेमाल ज्यादा देकने को मिलता है पर गन्ने का गुट शेहत के लिए सबसे फायदेमंद माना जाता है. गन्ने से तैयार होने वाला गुड़ को आज भी ग्रामीण इलाकों में देहात की मिठाई कहा जाता है. गर्मी के दिनों में घर आने वाले अतिथियों का स्वागत गुड़ और पानी से ही होता है.
गुड़ की मिठाई के सेवन से कई फायदे होते है. गुड़ में जहां भरपूर मात्रा में आयरन ,फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन बी-6 ,मैग्नीशियम ,जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. वही इसके साथ अगर चना का सेवन किया जाए तो यह सेहत के लिए वरदान बन जाता है.
किशोर अवस्था में जब बालका का शरिर नहीं उभरता तो उसे गुड और चना को सुबह नाश्ते के तौर पर खाने को दिया जाता है. इस विधी में चना को रात में पानी में डाल दिया जाता है, जब चना फुल जाए तो उसे गुट के साथ खाली पेट खाया जाता है, और चने के पानी को पी लिया जाता है माना जाता है.
इससे पेशाब के दौरान होने वाली समस्या से राहत मिलती है. क्योंकि चने में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन डी और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है. इसी वजह से आज भी बुजुर्ग चना और गुड़ को एक साथ खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसके नियमित सेवन से कई बीमारियां दूर होती हैं वही शरीर चुस्त और दुरुस्त बना रहता है.
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वहीं लखनऊ स्थित भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान के द्वारा गुड़ और चना को अलग-अलग खाने की परेशानी को खत्म कर दिया है. संस्थान के द्वारा एक ऐसा गुड़ तैयार किया गया है जो चने के साथ तैयार होता है. यहा सिर्फ गन्ने की उन्नत किस्मों को ही नहीं तैयार किया जाता है.
बल्कि यहां गन्ने की खेत के लिए मशीनों पर भी काम होता है. वही यहां गन्ने के द्वारा अलग-अलग तरह के गुड़ भी तैयार किए जाते हैं. चने के ऊपर गुड़ की कोटिंग करके गुड़-चना तैयार किया गया है. यह खास गुड़ चने के साथ बनाया गया है. इसलिए इसके सेवन से सेहत को चना और गुड़ के फायदे भी एक साथ मिल सकेंगे.