हिसार।हरियाणा में आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र आये दिनों किसी न किसी के पार्टी छोड़कर दल बदलने की खबरे सुनने को मिलती रहती है। हाल ही में कांग्रेस नेता नवीन जिंदल पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब हिसार उद्योगपति एवं नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने भी कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी उन्होंने एक्स के माध्यम से दी। उन्होंने बुधवार को जिंदल हाउस पर कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद भाजपा में शामिल होने का एलान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों को बेहतर बताया।
मैंने विधायक के रूप में 10 साल हिसार की जनता का प्रतिनिधित्व किया और मंत्री के रूप में हरियाणा प्रदेश की निस्वार्थ सेवा की है।
हिसार की जनता ही मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सलाह पर आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं । कांग्रेस नेतृत्व के समर्थन…
— Savitri Jindal (@SavitriJindal) March 27, 2024
सीएम नायब सिंह सैनी करवाएंगे बीजेपी में शामिल
हिसार में आज सीएम नायब सिंह सैनी भाजपा प्रत्याशी के कार्यालय का उद्घाटन करने पहुंचेंगे और इसी दौरान उनकी मौजूदगी में सावित्री जिंदल औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल होंगीं। वे पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के कार्यकाल में मंत्री रह चुकी हैं। उनके पति स्वर्गीय ओमप्रकाश जिंदल भी कांग्रेस राज में मंत्री बने थे। नवीन जिंदल होली से एक दिन पहले भाजपा में शामिल हो चुके हैं और उन्हें कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया जा चुका है।
भाजपा ने नवीन को दिया है लोकसभा टिकट
सावित्री जिंदल ने कहा कि वे चुनाव से दूर थीं मगर नवीन के भाजपा में लोकसभा का टिकट मिलने के चलते अब वो नवीन के चुनाव में सभी साथ रहेंगे। विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहला लक्ष्य लोकसभा चुनाव में नवीन की जीत सुनिश्चित करना है। विधानसभा चुनाव लड़ने का निर्णय परिस्थितियों के हिसाब से लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का रुख जानने के लिए जिंदल हाउस में बैठक बुलाई गई थी। कार्यकर्ताओं के विचारों का मान-सम्मान रखना उनका फर्ज है।
पति के निधन के बाद आई थीं राजनीति में
31 मार्च 2005 को हेलीकॉप्टर हादसे में पूर्व मंत्री ओमप्रकाश जिंदल का निधन हो गया था। इसके बाद सावित्री जिंदल राजनीति में आई और हिसार विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जीत हासिल की। 2009 में दोबारा हिसार विधानसभा सीट से विधायक बनीं और कांग्रेस सरकार में नगर निकाय मंत्री भी रहीं। 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा नेता डा. कमल गुप्ता ने उन्हें शिकस्त दी थी। उसके बाद से सावित्री राजनीति से दूरी बना रखी थी।