हरियाणा के पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (UHSR), रोहतक में हुए MBBS एनुअल और सप्लीमेंट्री एग्जाम घोटाले की पुलिस जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। 2023 में एक निजी मेडिकल कॉलेज के छात्रों से परीक्षा पास कराने के बदले 1 करोड़ रुपये की रिश्वत ली गई थी। लेकिन डील के अनुसार सभी छात्र पास नहीं हो पाए, जिससे मामला उजागर हुआ।
रैकेट ने प्रति विषय 2 लाख की तय की थी कीमत
जांच टीम के सूत्रों के मुताबिक, इस घोटाले में रैकेटियरों ने प्रति विषय 2 लाख रुपये वसूले। इस रकम में से 50 लाख रुपये एक आरोपी ने रख लिए, जबकि बाकी रकम बिचौलिए को दे दी। हालांकि, सौदा पूरा नहीं हो पाया और रैकेटियर केवल 18 विषयों में पासिंग करा पाए। इस कारण कई छात्रों ने नाराजगी जताई, जिनका पैसा लगा था लेकिन वे फेल हो गए।
स्टूडेंट्स के नाम पुलिस के रडार पर, होगी पूछताछ
पुलिस जांच में कई छात्रों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने पासिंग के लिए पैसे दिए थे। आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस अब इन छात्रों से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। जैसे ही छात्रों को इस जांच की भनक लगी, उनमें हड़कंप मच गया है।
पेपर लीक और आंसर शीट बदलने का बड़ा खेल
जांच के दौरान सामने आया कि घोटालेबाजों ने विश्वविद्यालय के एक अधिकारी से कई खाली उत्तर पुस्तिकाएं हासिल की थीं। ये आंसर शीट वास्तविक परीक्षार्थियों ने नहीं, बल्कि कुछ अन्य छात्रों (जो बिचौलिए या दोस्तों के रूप में जुड़े थे) द्वारा भरी गईं।
इतना ही नहीं, 2024 की परीक्षा के दौरान एक निरीक्षक ने पेपर लीक कर दिया था, जिससे रैकेटियरों को परीक्षा से पहले ही आंसर शीट तैयार करने का मौका मिल गया। बाद में, इन उत्तर पुस्तिकाओं को मूल आंसर शीट से बदल दिया गया।